Sheetla Puja 2023: चैत्र मास कृष्ण पक्ष की सप्तमी और अष्टमी तिथि को देवी शीतला की पूजा विशेष रूप से की जाती है। देवी शीतला के कई प्राचीन मंदिर हमारे देश में स्थित हैं। इनमें से कुछ मंदिरों से बहुत ही खास मान्यताएं और परंपराएं जुड़ी हुई हैं।
Chaitra Navratri 2023: हिंदू नववर्ष का आरंभ में साल की पहली नवरात्रि मनाई जाती है, इसे चैत्र या वासंती नवरात्रि कहते हैं। इस बार चैत्र नवरात्रि के दौरान बहुत-से शुभ योग बन रहे हैं, जिसके चलते इस पर्व का महत्व और भी बढ़ गया है।
Kharmas 2023: धनु और मीन गुरु के स्वामित्व की राशि है। जब सूर्य गुरु ग्रह की राशि में प्रवेश करता है तो खर मास कहलाता है। ऐसा साल में दो बार होता है। इस बार खर मास 15 मार्च से 14 अप्रैल तक रहेगा।
Aaj Ka Panchang: 13 मार्च सोमवार को विशाखा नक्षत्र होने से मित्र और इसके बाद अनुराधा नक्षत्र होने से मानस नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। इनके अलावा सर्वार्थसिद्धि, हर्षण और वज्र नाम के 3 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल सुबह 8:10 AM से 9:39 तक रहेगा।
Rangpanchami 2023: होली के 3 दिन बाद रंगपंचमी का पर्व मनाया जाता है। ये पर्व मध्य प्रदेश के मालवा क्षेत्र में विशेष रूप से मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 12 मार्च, रविवार को है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण और देवी राधा की पूजा करने की परंपरा भी है।
Sankashti Chaturthi March 2023: चैत्र मास की संकष्टी चतुर्थी को लेकर इस बार असमंजस की स्थिति बन रही है। कुछ पंचांगों में संकष्टी चतुर्थी 10 मार्च को बताई गई है तो कुछ में 11 मार्च। इस वजह से दोनों दिन ये व्रत किया जाएगा।
Chaitra month 2023: हिंदू पंचांग के अनुसार, साल का पहला महीना चैत्र होता है। इस महीने में होली, रंगपंचमी, चैत्र नवरात्रि और राम नवमी जैसे बड़े व्रत-त्योहार मनाए जाते हैं। साल का पहला महीना होने से इसका विशेष महत्व भी है।
Holi Puja Vidhi 2023: इस बार फाल्गुन पूर्णिमा तिथि दो दिन होने से होलिका दहन का पर्व भी 2 दिन मनाया जाएगा। ज्योतिषियों के अनुसार, 7 मार्च, मंगलवार की शाम को शुभ मुहूर्त में होलिका दहन किया जा सकता है।
Holi 2023: इस बार फाल्गुन मास की पूर्णिमा 6 और 7 मार्च को रहेगी। 7 मार्च को पूर्णिमा तिथि सुबह से शाम लगभग 6 बजे तक रहेगी। इसलिए देश के अधिकांश हिस्सों में होलिका दहन का पर्व इसी दिन मनाया जाएगा।
Shani Pradosh 2023:भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए अनेक व्रत किए जाते हैं, प्रदोष व्रत भी इनमें से एक है। इस बार ये व्रत 4 फरवरी, शनिवार को किया जाएगा। शनिवार को होने से ये शनि प्रदोष कहलाएगा। ये व्रत का महत्व कई ग्रंथों में बताया गया है।