Holi Puja Vidhi 2023: इस बार फाल्गुन पूर्णिमा तिथि दो दिन होने से होलिका दहन का पर्व भी 2 दिन मनाया जाएगा। ज्योतिषियों के अनुसार, 7 मार्च, मंगलवार की शाम को शुभ मुहूर्त में होलिका दहन किया जा सकता है।
Holi 2023: इस बार फाल्गुन मास की पूर्णिमा 6 और 7 मार्च को रहेगी। 7 मार्च को पूर्णिमा तिथि सुबह से शाम लगभग 6 बजे तक रहेगी। इसलिए देश के अधिकांश हिस्सों में होलिका दहन का पर्व इसी दिन मनाया जाएगा।
Shani Pradosh 2023:भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए अनेक व्रत किए जाते हैं, प्रदोष व्रत भी इनमें से एक है। इस बार ये व्रत 4 फरवरी, शनिवार को किया जाएगा। शनिवार को होने से ये शनि प्रदोष कहलाएगा। ये व्रत का महत्व कई ग्रंथों में बताया गया है।
Sheetala puja 2023: चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की सप्तमी और अष्टमी तिथि पर देवी शीतला की पूजा करने का विधान है। इस बार ये तिथियां मार्च माह में आ रही हैं। मान्यता है कि देवी शीतला की पूजा से शीतजन्य रोग नहीं होते हैं।
Amalaki Ekadashi 2023 Upay: इस बार फाल्गुन मास की आमलकी एकादशी का व्रत 3 मार्च, शुक्रवार को किया जाएगा। धर्म ग्रंथों में इस एकादशी का विशेष महत्व बताया गया है। इस बार आमलकी एकादशी पर कई शुभ योग भी बन रहे हैं, जिससे इसका महत्व और भी बढ़ गया है।
Narasimha Dwadashi 2023: होली की एक कथा भगवान नृसिंह से भी जुड़ी है। होली से पहले आने वाली द्वादशी तिथि पर भगवान नृसिंह की पूजा विशेष रूप से की जाती है। इस बार ये तिथि 3 मार्च को आ रही है। इस दिन कई शुभ योग भी बन रहे हैं।
Amalaki Ekadashi 2023: इस बार आमलकी एकादशी का व्रत 1 दिन बल्कि 2 दिन किया जाएगा। पहले दिन वैष्णव और दूसरे दिन स्मार्त मत को मानने वाले ये व्रत करेंगे। दोनों ही दिन शुभ योग बन रहे हैं।
Ram Navami 2023 Date: चैत्र मास में राम नवमी का पर्व पर्व बड़ी ही धूम धाम से मनाया जाता है। इस दिन प्रमुख राम मंदिरों में विशेष साज-सज्जा की जाती है और पूजा आदि के आयोजन किए जाते हैं। राम नवमी हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से भी एक है।
Holi 2023 Calendar: होली एक ऐसा त्योहार है जो कई दिनों पहले से शुरू हो जाता है। देश के अलग-अलग हिस्सों में विभिन्न परंपराओं के साथ ये पर्व कुछ दिन पहले से ही मनाया जाने लगता है। इस बार होलिका दहन 7 मार्च को होगा और धुरेड़ी 8 मार्च को खेली जाएगी।
Holi 2022 Puja Vidhi: धर्म ग्रंथों के अनुसार, फाल्गुन पूर्णिमा पर होलिका दहन किया जाता है। ये पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इस बार ये तिथि 2 दिन रहेगी, जिसके चलते इस पर्व को लेकर असमंजस की स्थिति बन रही है।