सार
गुरु बारह वर्षों के बाद वृषभ राशि में वक्री हो रहे हैं और 119 दिनों तक इसी राशि में रहेंगे।
ज्योतिष में, गुरु को ज्ञान, शिक्षा, धार्मिक कार्य, संतान, भाग्य और समृद्धि का कारक ग्रह माना जाता है। हर ग्रह की तरह, गुरु भी एक निश्चित अवधि के बाद राशि परिवर्तन और नक्षत्र परिवर्तन करते हैं। जिसका शुभ या अशुभ प्रभाव 12 राशियों पर देखा जा सकता है। लगभग बारह वर्षों के बाद, गुरु वृषभ राशि में वक्री हो रहे हैं और 119 दिनों तक इसी राशि में रहेंगे। इसका प्रभाव कुछ राशियों के जीवन में खुशी, समृद्धि और धन लाएगा।
वृषभ राशि वालों के लिए गुरु का वक्री होना बहुत फायदेमंद रहेगा। इस दौरान आपके जीवन में कई बदलाव देखने को मिल सकते हैं। वैवाहिक जीवन सुखमय रहेगा और अविवाहितों का विवाह होगा। आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। दोस्तों के साथ अच्छा समय बिताएंगे और उनके साथ पिकनिक का प्लान बनाएंगे। इस दौरान समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा। आपके निजी और पेशेवर जीवन में तरक्की होगी। हर क्षेत्र में सफलता मिलेगी। इस दौरान आप हमेशा सकारात्मक रहेंगे। प्रतियोगी परीक्षाओं में आपको अच्छी सफलता मिलेगी।
कर्क राशि वालों के लिए गुरु का वक्री होना बहुत अनुकूल रहेगा। इस दौरान नौकरी, व्यापार में आपको मनचाही तरक्की मिल सकेगी। अचानक धन लाभ के योग बनेंगे। आय के नए स्रोत मिलेंगे। आपका उत्साह बढ़ेगा। दांपत्य जीवन में तनाव दूर होगा, आपको भौतिक सुख-सुविधाएं प्राप्त होंगी। परिवार के सदस्यों के साथ अगर आप कहीं घूमने जाएंगे, तो धन लाभ के योग बनेंगे। जीवन में कुछ परेशानियां आएंगी; लेकिन आप उन पर विजय प्राप्त कर लेंगे। धन से जुड़ी समस्याओं का समाधान होगा।
सिंह राशि वालों के लिए गुरु का वक्री होना बहुत भाग्यशाली रहेगा। इस दौरान अचानक धन लाभ होगा, अक्सर काम के सिलसिले में आपको दूर की यात्रा करनी पड़ेगी। विद्यार्थियों के लिए भी यह समय अच्छा है। इस दौरान करियर में सफलता मिलेगी; आपको पदोन्नति भी मिल सकती है। परिवार में खुशी का माहौल रहेगा। अचानक धन लाभ होने से आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। जीवन में कई बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। जीवनसाथी के साथ संबंध मजबूत होंगे। कर्ज उतारने में मदद मिलेगी। नई चीजें सीखने का मौका मिलेगा। बड़ों का सहयोग प्राप्त होगा।