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Ayodhya Ram Mandir: 22 जनवरी 2024 को अयोध्या राम मंदिर में हो सकती है रामलला की प्रतिमा स्थापित, जानें
Ayodhya Ram Mandir Date:अयोध्या में बन रहे राम मंदिर को लेकर 28 अप्रैल, शुक्रवार को एक बड़ी घोषणा की गई है। इस घोषणा में उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री सुरेश खन्ना ने राम मंदिर में श्रीरामलला की प्रतिमा स्थापना की डेट का ऐलान किया गया है।
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जानें राम मंदिर कब विराजमान होंगे रामलला?
अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्रतिमा स्थापना को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। उसके अनुसार, मंदिर समिति ने इसके लिए 22 जनवरी 2024 का दिन तय किया है। राम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) को भी न्योता भेजा गया गया है, जिसको लेकर अभी प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से इस पर कोई जवाब नहीं आया है। (Ayodhya Ram Mandir) उल्लेखनीय है कि राम मंदिर निर्माण तीन चरणों में पूरा होगा। आगे जानिए 22 जनवरी 2024 को ही क्यों की जाएगी राम मंदिर में श्रीरामलाल की मूर्ति की स्थापना…
22 जनवरी को बनेंगे ये शुभ योग
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार, 22 जनवरी, 2024 को कई शुभ योग बन रहे हैं, जिसके चलते इस दिन श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा करना शुभ रहेगा। इस दिन सूर्योदय द्विपुष्कर योग में योग जो सुबह 07:13 तक रहेगा। इसके बाद अमृतसिद्धि और सर्वार्थसिद्धि योग शुरू हो जाएंगे, जो पूरे दिन रहेंगे। इस दिन मृगशिरा नक्षत्र होने से आनंद नाम का शुभ योग दिन भर रहेगा। ब्रह्म और इंद्र नाम के 2 अन्य शुभ योग भी इस दिन रहेंगे।
द्वादशी तिथि के स्वामी हैं भगवान विष्णु
ज्योतिषाचार्य पं. शर्मा के अनुसार, 22 जनवरी, 2024 को दिन भर पौष मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि रहेगी, इस तिथि के स्वामी स्वयं भगवान विष्णु हैं। इस दिन भगवान विष्णु के निमित्त व्रत भी किया जाता है। शुभ कार्यों के लिए भी ये तिथि खास मानी गई है। इस दिन अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्रतिमा स्थापित करना बहुत ही शुभ रहेगा।
इस दिन किया कूर्म द्वादशी व्रत
धर्म ग्रंथों के अनुसार, पौष मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को कूर्म द्वादशी का व्रत किया जाता है। ये व्रत भगवान विष्णु के कच्छप अवतार से संबंधित है। इस अवतार में भगवान विष्णु ने कछुए का रूप धारण किया था। इस बार ये व्रत 22 जनवरी, सोमवार को है। इस दिन भगवान विष्णु के कच्छप रूप की पूजा विशेष रूप से की जाती है।
सोम प्रदोष व्रत भी इसी दिन
22 जनवरी को द्वादशी तिथि रात 07.58 तक रहेगी, इसके बाद त्रयोदशी तिथि आरंभ हो जाएगी। इस तिथि पर भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए व्रत-पूजा की जाती है। इसे प्रदोष व्रत कहते हैं। सोमवार को प्रदोष तिथि होने से ये सोम प्रदोष व्रत कहलाएगा। सोमवार को प्रदोष तिथि का संयोग बहुत कम बनता है और ये साल 2024 का पहला सोम प्रदोष भी रहेगा। जिसके चलते इस दिन का महत्व और भी बढ़ गया है।
ग्रहों की ये स्थिति भी रहेगी शुभ
22 जनवरी 2024 को चंद्रमा अपनी उच्च राशि वृषभ में रहेगा। सूर्य मकर राशि में उत्तरायण की स्थिति में रहेगा, जो कि शुभ फल देने वाला माना गया है। इस दिन शनि स्वराशि कुंभ में रहेगा। गुरु ग्रह की बात की जाए तो अपने मित्र मंगल की राशि मेष में जबकि मंगल अपने मित्र गुरु की राशि धनु में रहेगा। 22 जनवरी 2024 को ग्रहों की ये स्थिति भी बहुत ही शुभ फल देने वाली रहेगी।
Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें। आर्टिकल पर भरोसा करके अगर आप कुछ उपाय या अन्य कोई कार्य करना चाहते हैं तो इसके लिए आप स्वतः जिम्मेदार होंगे। हम इसके लिए उत्तरदायी नहीं होंगे।