सार
Baba Bageshwar: बाबा बागेश्वर के नाम से प्रसिद्ध पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अपने प्रवचनों में कईं ऐसी बातें भी बता देते हैं, जिनका ध्यान हम सभी को रखना चाहिए। यही कारण है कि बाबा के प्रवचनों को सुनने के लिए लाखों लोग इकट्ठा होते हैं।
Baba Bageshwar Dhirendra Krishna Shastri: पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बाबा बागेश्वर के नाम से प्रसिद्ध हैं। इनके प्रवचनों में लाखों लोगों की भीड़ उमड़ती है। बाबा बागेश्वर अपने प्रवचनों के दौरान लाइफ मैनेजमेंट की कईं टिप्स भी बताते हैं, साथ ही बातों ही बातों में वे धर्म ग्रंथों में बताई गई खास बातें भी बताते हैं, जिनका ध्यान हम सभी को रखना चाहिए। बाबा बागेश्वर के अनुसार, जिन घरों में महिलाएं 4 काम करती हैं, वहां देवी लक्ष्मी पल भर भी नहीं ठहरती। आगे जानिए कौन-से वो 4 काम…
जहां रात के आटे का सुबह होता है उपयोग
बाबा बागेश्वर के अनुसार, जिन घरों में रात में बचा हुआ आटा फ्रीज में रख दिया जाता है और अगले दिन सुबह उसकी रोटियां बनाकर खाई जाती हैं। ऐसे घरों में देवी लक्ष्मी नहीं ठहरती और इन घरों में परेशानियां बनी रहती हैं।
बिना स्नान किए रसोई में जाएं
जिन घर में महिलाएं बिना स्नान किए ही रसोई में प्रवेश कर भोजन बनाने लगती हैं, वहां भी देवी लक्ष्मी का वास नहीं होता। बिना स्नान किए बनाया गया भोजन अपवित्र होता है जो घर वालों के मनोमस्तिष्क पर भी बुरा असर डालता है। इसलिए बिना स्नान किए किसी को भी किचन में नहीं जाना चाहिए।
खुले बाल रखकर भोजन न बनाएं
बाबा बागेश्वर के अनुसार, जिन घरों में महिलाएं बाल खुले रखकर भोजन बनाती हैं, वहां भी देवी लक्ष्मी नहीं टिकतीं। बाल खुले रखकर भोजन बनाने से खाद्य सामग्री में बाल जाने की संभावना बनी रहती है और धर्म ग्रंथों में लिखा है कि अगर भोजन में बाल आ जाए तो उसे नहीं खाना चाहिए।
अपवित्र दिनों में किचन जाने से बचें
बाबा बागेश्वर के अनुसार, जिन घरों में महिलाएं अपवित्र दिनों यानी पीरियड के दौरान किचन में जाती हैं, वहां से भी देवी लक्ष्मी तुंरत चली जाती है, इसलिए पीरियड के दिनों में महिलाओं को भूलकर भी किचन में प्रवेश नहीं करना चाहिए।
ये भी पढ़ें-
Gudi Padwa 2024: गुड़ी पड़वा की पहचान बन चुकी हैं ये 3 परंपराएं, इनके बिना अधूरा है ये त्योहार
हिंदू नववर्ष 2081 के पहले दिन करें ये 5 उपाय, घर आएगी सुख-समृद्धि
Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।