सार
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य ने अपने पुस्तकों में लाइफ मैनेजमेंट के अनेक सूत्र बताए हैं। इन सूत्रों का अगर ध्यान में रखा जाए तो अनेक परेशानियों से बचा जा सकता है। ये सूत्र वैवाहिक जीवन की परेशानियां भी कम करते हैं।
उज्जैन. आचार्य चाणक्य (Chanakya Niti) भारत के महान विद्ववानों में से एक थे, उन्होंने जनपदों में बंटे इस देश को एक सूत्र में पिरोया एक अखंड भारत का निर्माण किया। आचार्य चाणक्य ने अनेक पुस्तकों की भी रचना की जिसमें उन्होंने लाइफ मैनेजमेंट (Life Management Sutra) के अनेक सूत्र भी बताए। इन सूत्रों को ध्यान में रखा जाए तो कई परेशानियों से बचा जा सकता है। ये सूत्र वैवाहिक जीवन के लिए भी उपयोगी है। इन सूत्रों में भी बताया गया है कि सुखद वैवाहिक जीवन के लिए किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है। आगे जानिए इन बातों के बारे में…
क्रोध का त्याग करें
आचार्य चाणक्य के अनुसार, पति या पत्नी में से अगर एक भी क्रोधी स्वभाव का है तो वैवाहिक जीवन नरक समान हो जाता है क्योंकि ऐसे स्वभाव वाले लोग छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा हो जाते हैं जिसके चलते इनका लाइफ पार्टनर अक्सर परेशान रहता है। वैवाहिक जीवन की सफलता के लिए क्रोधी स्वभाव का त्याग करना बहुत जरूरी है।
जीवन में पारदर्शिता रखें
वैवाहिक जीवन की सफलता के लिए दूसरी शर्त है पारदर्शित यानी पति-पत्नी के निजी जीवन में क्या चल रहा है, इसके बारे में एक-दूसरे को पता होना चाहिए। कई बार छिपाई गई बातें जब दूसरों से पता चली तो बहुत दुख होता है और इसका परिणाम पति-पत्नी के निजी जीवन पर भी पड़ता है। इसलिए पति-पत्नी के बीच पारदर्शिता का होना जरूरी है।
एक-दूसरे से झूठ न बोलें
झूठ बोलना एक आम बात है, लेकिन जब पति-पत्नी एक-दूसरे से झूठ बोलते हैं तो इसका अर्थ है ये होता है कि वे एक-दूसरे से कुछ छिपा रहे हैं। कई बार इस वजह से अर्थ का अनर्थ हो जाता है और छोटी सी बात बड़े विवाद का कारण बन जाती है। इसलिए पति-पत्नी को एक-दूसरे से झूठ नहीं बोलना चाहिए। सच बोलने से वैवाहिक जीवन हमेशा खुशहाल रहता है।
एक-दूसरे के प्रति ईमानदार रहें
वैवाहिक जीवन की सफलता का सबसे प्रमुख कारण है ईमानदारी। यानी विवाह के बाद पति-पत्नी के जीवन में कोई तीसरा नहीं आना चाहिए। यदि ऐसा होता है तो वैवाहिक जीवन की खुशियां तुरंत समाप्त हो जाती हैं और फिर लाख चाहने पर भी लव लाइफ पहले की तरह सामान्य नहीं हो पाती। इसलिए पति-पत्नी को एक-दूसरे के प्रति ईमानदार रहना जरूरी है।
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