दुर्गा पूजा 2025 के अवसर पर, रांची के जेएपी-1 में 1880 से चली आ रही एक अनोखी परंपरा आज भी कायम है। मूर्ति स्थापित करने के बजाय, कलश स्थापित करके देवी दुर्गा की पूजा की जाती है। पूजा के दौरान तोपों की सलामी दी जाती है।

Unique Durga Puja 2025 : शारदीय नवरात्रि के शुभारंभ के साथ ही पूरा देश मां दुर्गा की आराधना में डूबा हुआ है। देश भर में भव्य और अलग-अलग थीम पर आधारित दुर्गा पूजा पंडालों का निर्माण होता है। वहीं, झारखंड की राजधानी रांची के दुर्गा पूजा आयोजन की पूरे देश में अपनी एक अलग पहचान है। यहां डोरंडा स्थित जैप 1 में 1880 से अनूठी परंपरा से पूजा चली आ रही है। यहां जैप वन के जवान प्रतिमा की स्थापना नहीं करते बल्कि कलश स्थापना कर नौ दिनों तक मां दुर्गा की पूजा करते है। कलश स्थापना के साथ ही पूजा आरंभ हो गई है। पूजा के दौरान फायरिंग कर मां को सलामी दी जाती है।

बंदूकों से फयरिंग कर मां दुर्गा को सलामी

नवरात्रि के 9 दिन जहां देशभर में मां दुर्गा की पूजा अर्चना होती है। तो वही जैप 1 में कलश पूजा की जाती है। कलश स्थापना के साथ नवरात्रि की शुरुआत हुई है और अगले 9 दिनों तक सभी जवान और उनका परिवार पूरी उत्साह के साथ पूजा अर्चना करेंगे। वहीं इस पूजा में खास रूप से मां दुर्गा को फायरिंग कर सलामी दी जाती है।

1880 से चली आ रही परंपरा

जैप वन की सभी महिलाएं कलश स्थापना के साथ ही अखंड दीप प्रज्वलित करती है और नवमी तक यह दीप जलती रहती है। जैप 1 कमांडेंट राकेश रंजन ने बताया कि 1880 से चली आ रही परंपरा का आज निर्वहन हुआ है और पूरे विधि विधान के साथ 9 दिनों तक पूजा अर्चना होगी। इस परंपरा को बचाए रखने का प्रयास लगातार किया जाता रहा है। ताकि आने वाली पीढ़ियों को जैप वन की पूजा अर्चना के महत्व की जानकारी मिल सके।

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बेहद अनोखी है मान्यता

जैप वन की महिलाओं का मानना है कि अगले 9 दिनों तक पूजा अर्चना करने से मां दुर्गा प्रसन्न होती है और उनके परिवार जो पुलिस सेवा में है उनकी रक्षा करती है। इन 9 दिनों तक जैप वन में उत्साह का माहौल रहता है और हर रोज चंडी पाठ का आयोजन होता है। वहीं, महानवमी के मौके पर जैप 1 के जवान नौ कन्याओं की पूजा करते हैं।

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