Ganadhip Chaturthi 2025 Moonrise Time: 8 नवंबर, शनिवार को अगहन मास का संकष्टी चतुर्थी व्रत किया जाएगा। इसे गणाधिप संकष्टी चतुर्थी भी कहते हैं। इस दिन चंद्रमा की पूजा के बाद ही व्रत पूरा होता है। आगे जानें चंद्रोदय का समय।
Ganadhip Chaturthi November 2025 Par Kab Niklega Chandrma: हर साल अगहन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर संकष्टी चतुर्थी का व्रत किया जाता है, इसे गणाधिप संकष्टी चतुर्थी व्रत भी कहते हैं। इस व्रत का महत्व अनेक धर्म ग्रंथों में बताया गया है। इस व्रत में भगवान श्रीगणेश की पूजा मुख्य रूप से की जाती है। इसके बाद चंद्रमा की पूजा का भी विधान है। इसलिए इस दिन महिलाओं को चंद्रोदय का इंतजार रहता है। इस बार गणाधिप संकष्टी चतुर्थी पर चंद्रोदय का समय क्या है, आगे जानिए…
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गणाधिप संकष्टी चतुर्थी पर कब निकलेगा चंद्रमा?
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, 8 नवंबर, शनिवार को गणाधिप संकष्टी चतुर्थी पर चंद्रमा रात को लगभग 7 बजकर 59 मिनिट पर उदय होगा। अलग-अलग शहरों में चंद्रोदय के समय में थोड़ा परिवर्तन रहेगा। चंद्रमा के दर्शन और पूजा के बाद ही ये व्रत पूरा होगा और इसका पूरा फल व्रती (व्रत करने वाले) को मिलेगी।
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गणाधिप संकष्टी चतुर्थी पर कैसे करें चंद्रमा की पूजा?
गणाधिप संकष्टी चतुर्थी पर चंद्रोदय से पहले भगवान श्रीगणेश की पूजा विधि-विधान से कर लें इसके बाद चंद्रमा के उदय होने का इंतजार करें। जैसे ही चंद्रमा दिखाई दे तो शुद्ध जल से अर्ध्य दें। इसके बाद कुमकुम, चावल और फूल एक-एक करके चढ़ाएं। चंद्रमा को प्रमाण कर व्रत का पूरा फल देने के लिए प्रार्थना करें। इसके बाद परिवार की बुजुर्ग महिलाओं के पैर छूकर आशीर्वाद लें और प्रसाद खाकर अपना व्रत खोलें।
नवग्रहों में एक है चंद्रमा
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हमारे सौर मंडल में 9 ग्रह हैं, जो किसी न किसी रूप में हमारे जीवन पर असर डालते हैं। चंद्रमा भी इनमें से एक है। चंद्रमा पृथ्वी के सबसे नजदीक है इसलिए ये हमारे जीवन पर सबसे ज्यादा असर डालता है। चंद्रमा की गति भी सबसे ज्यादा है। ये ग्रह हर ढाई दिन में राशि बदलता है, इस तरह चंद्रमा लगभग 28 से 29 दिन में एक राशि चक्र पूरा कर लेता है। इसे एक चंद्र मास कहते हैं। चंद्रमा का प्रभाव सीधे हमारे मन पर होता है, इसलिए हमारे विचार इतनी तेजी से बदलते हैं।
Disclaimer
इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो धर्म ग्रंथों, विद्वानों और ज्योतिषियों से ली गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।
