Hindu Beliefs: हिंदू धर्म में अनेक मान्यताएं हैं। ऐसी ही एक मान्यता ये भी है कि बुधवार को लड़की को विदा नहीं करना चाहिए यानी मायके से ससुराल नहीं भेजना चाहिए। ऐसा करने से उसके जीवन में परेशानियां आ सकती हैं।
Bhudhwar Ko Beti Ko Vida Kyo Nahi Karte: विवाह के बाद लड़की जब भी अपने मायके आती है तो उसे विदा करते समय ये जरूर ध्यान रखा जाता है कि जिस दिन वो जा रही है, उस दिन बुधवार न हो क्योंकि बुधवार को लड़की की विदाई करना यानी मायके से ससुराल भेजना अशुभ माना जाता है। ये मान्यता काफी पुरानी है लेकिन आज भी इसका ध्यान रखा जाता है। इस मान्यता से जुड़ी कोई ठोस वजह नहीं है लेकिन एक कथा जरूर है जो काफी प्रचलित भी है। आगे जानिए इस कथा के बारे में…
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बुधवार को क्यों न करें लड़की को विदा?
प्रचलित कथा के अनुसार, एक युवक का विवाह हुआ और उसकी पत्नी कुछ दिनों बाद अपने पीहर चली गई। जब पत्नी को लाने की बात आई तो युवक स्वयं उसे लेने पहुंच गया। उस दिन बुधवार था। लड़की के घर वालों ने बुधवार को लड़की को विदा करने से मना कर दिया लेकिन युवक जिद पर अड़ गया।
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आखिरकार घर वालों ने हार मानकर बुधवार को ही अपनी लड़की को विदा कर दिया। रास्ते में पत्नी को प्यास लगी तो युवक उसके लिए पानी लेने चला गया। वापस आकर जब उसने देखा तो उसी का हमशक्ल एक व्यक्ति उसकी पत्नी से हंस-हंस कर बातें कर रहा है। ये देखकर उसे बड़ा क्रोध आया।
वह अपने हमशक्ल युवक से विवाद करने। ये देख वहां लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। राजा के सिपाही भी वहां आ गए। उन्होंने उस युवती से अपने असली पति के बारे में पूछा तो वह भी असमंजस में पड़ गई। युवक समझ गया कि बुधवार को पत्नी की विदाई के कारण ये परेशानी उसके सामने आई है।
युवक ने उसी समय महादेव का ध्यान किया और अपनी गलती के लिए माफी मांगी। ऐसा करते ही वह हमशक्ल व्यक्ति गायब हो गया और पति-पत्नी सकुशल अपने घर लौट आए। तभी ये इस मान्यता को और बल मिल गया कि बुधवार को लड़की की विदाई नहीं करनी चाहिए।
ये भी हैं मनोवैज्ञानिक पक्ष
ऐसा भी कहा जाता है कि अगर बुधवार को लड़की की विदाई की जाए तो उसे ससुराल में बहुत कष्ट झेलने पड़ते हैं और पति-पत्नी के बीच भी नहीं बनती। जिसके चलते उनकी गृहस्थी में फूट पड़ने की संभावना बन सकती है। इन सभी मान्यताओं को कोई आधार नहीं है लेकिन प्राचीन समय से चले आने के कारण हर कोई इन पर आसानी से विश्वास कर लेता है।
Disclaimer
इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो धर्म ग्रंथों, विद्वानों और ज्योतिषियों से ली गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।
