सार

World Earth Day 2024 Kab Hai: हर साल 22 अप्रैल को विश्व पृथ्वी दिवस यानी World Earth Day मनाया जाता है। इस धरती का कईं नामों से जाना जाता है, लेकिन इसका सबसे प्रचलित नाम पृथ्वी है। धरती का ये नाम कैसे पड़ा? आगे जानिए इसके बारे में…

 

Koun The Raja Prithu: 22 अप्रैल, सोमवार को विश्व पृथ्वी दिवस यानी World Earth Day है। सबसे पहले 1970 में विश्व पृथ्वी दिवस मनाया गया था। तभी ये हर साल 22 अप्रैल को विश्व पृथ्वी दिवस मनाया जा रहा है। इसकी शुरूआथ अमेरिकी सीनेटर जेराल्ड नेल्सन ने की थी। इस धरती को कईं नामों से पुकारा जाता है, लेकिन सबसे प्रचलित नाम है पृथ्वी। धरती का ये नाम कैसे पड़ा, इसके बारे में हिंदू धर्म ग्रंथों में एक कथा है, जो इस प्रकार है…

भगवान विष्णु ने लिया पृथु अवतार
श्रीमद्भागवत के अनुसार, जब ब्रह्मदेव ने इस भूमंडल की रचना की तो उस समय ये काफी उबड़-खाबड़ थी। इस पर खेती आदि काम करना भी मुश्किल था। ना तो यहां नदी थी ना तालाब। उस समय भगवान विष्णु ने सूर्यवंश में राजा पृथु के नाम से अवतार लिया। ऋषि मुनियों ने उन्हें धरती का पहला राजा स्वीकार किया।

धरती को किया समतल
उस समय धरती से अनाज उत्पन्न नहीं होता था और न ही किसी तरह की कोई वनस्पति उगती थी। तब राजा पृथु ने शासन व्यवस्था को कर्म प्रधान बनाया और यहां रहने वाले लोगों को खेती के लिए प्रेरित किया। उस समय नदी, तालाब आदि नहीं थे। राजा पृथु ने मेहनत करते हुए धरती को समतल किया, नदी, तालाब आदि के लिए स्थान सुनिश्चित किए।

धरती को माना अपनी पुत्री
राजा पृथु ने धरती को अपनी पुत्री रूप में स्वीकार किया और अपने नाम पर इसका नाम पृथ्वी रखा। राजा पृथु ने ही कृषि एवं सामाजिक व्यवस्था की शुरूआत की। राजा बनने के बाद पृथु ने धर्म पूर्वक, बिना किसी भेद-भाव के जनता की सेवा का वचन लिया। शतपथ ब्राह्मण नामक ग्रंथ में इस बात का उल्लेख किया गया है। इस तरह राजा पृथु ने इस धरती को रहने योग्य बनाया और इसका नाम पृथ्वी रखा।


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