सार
Mahakal Sawari Live Ujjain: हर साल सावन मास में उज्जैन में भगवन महाकाल की सवारी निकाली जाती है। इसे देखने के लिए लाखों भक्त यहां जुटते हैं। इस बार सावन की पहली सवारी 10 जुलाई को निकाली गई। बाबा महाकाल ने मनमहेश के रूप में भक्तों को दर्शन दिए।
उज्जैन. मध्य प्रदेश की धार्मिक राजधानी कहे जाने वाले उज्जैन (Ujjain) में 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकालेश्वर (Mahakaleshwar Jyotirling) स्थित है। यहां सावन मास के प्रत्येक सोमवार को भगवान महाकाल की सवारी निकालने की परंपरा है। (Mahakal Sawari 2023 Live) इसी परंपरा के अंतर्गत 10 जुलाई को भगवान महाकाल की पहली सवारी निकाली गई। पालकी में विराजित बाबा महाकाल के दर्शन के लिए भक्तों का उत्साह देखते ही बनता था।
4 बजे मंदिर परिसर से बाहर निकली पालकी
परंपरा के अनुसार, सवारी शुरू होने से पहले कोटितीर्थ कुंड के पास स्थित सभामंडप में भगवान महाकाल की पूजा जिले के वरिष्ठ अधिकारियों व जन प्रतिनिधियों ने की। शाम करीब 4 बजे भगवान महाकाल की प्रतिमा को पालकी में बैठाकर मंदिर परिसर से बाहर लाया गया। यहां सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा भगवान को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। तय रुट के अनुसार, भगवान महाकाल की सवारी महाकाल घाटी से होते हुए गुदरी चौराहा, कहार वाड़ी, हरसिद्धि की पाल से होते हुए रामघाट पहुंची। यहां दत्त अखाडे़ के साधु-संतों द्वारा भगवान महाकाल की पूजा की। रात को लगभग 8 बजे पालकी ने मंदिर परिसर में पुन: प्रवेश किया।
इस बार निकलेगी 10 सवारी
आमतौर पर भगवान महाकाल की सावन में 4 और भादौ में 2 सवारी निकलती है। लेकिन इस बार महाकाल की 10 सवारी निकलेगी। इसका कारण है सावन का अधिक मास। पंचांग के अनुसार इस बार सावन मास 4 जुलाई से शुरू हो चुका है जो 31 अगस्त तक रहेगा। अधिक मास होने से सावन में 8 सवारी निकलेगी और भादौ की 2। इस तरह महाकाल की कुल 10 सवारी इस बार निकलेगी।
कब-कब निकलेगी महाकाल की सवारी? (Mahakal Sawari Ujjain 2023 Date)
दूसरी सवारी- 17 जुलाई को
तीसरी सवारी- 24 जुलाई को
चौथी सवारी- 31 जुलाई को
पांचवी सवारी- 7 अगस्त को
छठी सवारी- 14 अगस्त को
सातवीं सवारी- 21 अगस्त को
आठवीं सवारी- 28 अगस्त को
नौवीं सवारी- 4 सितंबर को
अंतिम शाही सवारी- 11 सितंबर को
Mahakal Bhasmarti Video: देखिए सावन के पहले सोमवार पर उज्जैन के बाबा महाकाल की भस्मारती
Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।