दुनिया भर के मुसलमानों के लिए हज यात्रा (Hajj 2023) एक जरूर फर्ज है। हर साल लाखों मुस्लिम हज करने मक्का जाते हैं। हज यात्रा इस्लामिक कैलेंडर के धुल हिज्ज महीने में की जाती है। इसी महीने में ईद-उल-अधा यानी बकरा ईद भी मनाई जाती है।
Devshayani Ekadashi 2023 Upay: इस बार 29 जून, गुरुवार को देवशयनी एकादशी है। ये एकादशी बहुत खास है। मान्यता के अनुसार, इस दिन से अगले 4 महीने तक भगवान विष्णु योगनिंद्रा में चले जाते हैं। इस दिन कुछ खास उपाय करने से किसी की भी किस्मत चमक सकती है।
हमारे दैनिक जीवन में हम कई ऐसे काम करते हैं जो गलतियों की श्रेणी में आते हैं। इन कामों की वजह से ग्रह हमारे जीवन पर अशुभ असर डालते हैं। कई बार इन कामों के कारण हम परेशानियों में भी फंस जाते हैं। आगे जानिए दैनिक जीवन से जुड़ी इन 5 गलतियों के बारे में…
Sawan Shubh Yog 2023: भगवान शिव की भक्ति का महीना सावन कुछ ही दिनों बाद शुरू होने वाला है। इस बार सावन के पहले दिन कई शुभ योग बन रहे हैं, जिसके चलते ये दिन बहुत ही खास बन गया है। इस दिन किए गए पूजा-उपायों का 3 गुना फल मिलेगा।
Bhadli Navami 2023: इस बार भड़ली नवमी 27 जून, मंगलवार को है। इसे भी अबूझ मुहूर्त कहा जाता है यानी इस दिन कोई भी शुभ कार्य बिना मुहूर्त देखे किया जा सकता है। इसी दिन आषाढ़ मास के गुप्त नवरात्रि का समापन भी होता है।
Guru Purnima Upay: इस बार 3 जुलाई, सोमवार को आषाढ़ पूर्णिमा है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिन लोगों की कुंडली में गुरु ग्रह अशुभ स्थिति में हो, वे यदि इस दिन कुछ खास उपाय करें तो उनके वैवाहिक जीवन की परेशानियां दूर हो सकती हैं।
धर्म ग्रंथों में देवशयनी एकादशी का विशेष महत्व बताया गया है। इस बार ये एकादशी 29 जून, गुरुवार को है। इस तिथि से भगवान विष्णु अगले चार महीनों तक योगनिंद्रा में चले जाते हैं। इस दिन कुछ खास उपाय करने से भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है।
Chaturmas 2023: हिंदू धर्म में चातुर्मास का विशेष महत्व है। इस दौरान मांगलिक कार्य जैसे विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश आदि पर नहीं किए जाते। इस बार चातुर्मास 4 महीने का न होकर 5 महीने का होगा। इस दौरान कई नियमों का पालन विशेष रूप से किया जाता है।
Mahakaal Temple Ujjain: सावन मास शुरू होते ही उज्जैन के महाकाल मंदिर के गर्भगृह में भक्तों के प्रवेश पर रोक लग जाएगी। इस दौरान और भी कई नियमों का पालन भक्तों को करना पड़ेगा। सावन में दर्शन व्यवस्था सुचारू रखने के लिए मंदिर समिति ने ये निर्णय लिया है।
Raksha Bandhan 2023: इस बार श्रावण पूर्णिमा पर दिन भर भद्रा का संयोग रहेगा, जिसके चलते रक्षाबंधन पर्व मनाने पर ज्योतिषियों में मतभेद है। इसे लेकर विद्ववानों का अलग-अलग राय है। जानें इस बार कब मनाया जाएगा ये पर्व?