सार
Sawan Shubh Yog 2023: भगवान शिव की भक्ति का महीना सावन कुछ ही दिनों बाद शुरू होने वाला है। इस बार सावन के पहले दिन कई शुभ योग बन रहे हैं, जिसके चलते ये दिन बहुत ही खास बन गया है। इस दिन किए गए पूजा-उपायों का 3 गुना फल मिलेगा।
उज्जैन. हिंदू धर्म में सावन मास (Sawan Shubh Yog 2023) को बहुत ही खास माना गया है। इस महीने में की गई शिव पूजा का विशेष महत्व है। इस महीने में कई प्रमुख त्योहार जैसे हरियाली अमावस्या (Hariyali Amavasya 2023), नागपंचमी (Nagpanchami 2023) और रक्षाबंधन (rakshabandhan 2023) आदि मनाए जाते हैं। सावन श्रावण का अपभ्रंश है। श्रावण का अर्थ है सुनना। यानी इस महीने में भगवान शिव की महिमा सुनने से जीवन की परेशानियां दूर हो सकती हैं। इस बार सावन मास के पहले दिन कई शुभ योग बन रहे हैं, जिसके चलते इसका महत्व और भी बढ़ गया है।
सावन के पहले दिन बनेंगे ये शुभ योग (Sawan First Day Shubh Yog 2023)
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, इस बार सावन मास का आरंभ 4 जून, मंगलवार से हो रहा है। इस दिन सूर्योदय पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में होगा, जो सुबह 08.45 तक रहेगा, इसके बाद उत्तराषाढ़ा नक्षत्र पूरे दिन रहेगा। मंगलवार को पहले पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र होने से मित्र और इसके बाद उत्तराषाढ़ा नक्षत्र होने से पद्म नाम के शुभ योग बनेंगे। इसके अलावा इस दिन इंद्र नाम का एक अन्य शुभ योग भी रहेगा।
इस शुभ योग से मिलेगा 3 गुना फायदा
4 जुलाई, मंगलवार को यानी सावन मास के पहले दिन त्रिपुष्कर नाम का शुभ योग दोपहर 01:38 से शुरू होकर रात अंत तक रहेगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, त्रिपुष्कर योग में किए गए किसी भी शुभ कार्य जैसे पूजा, उपाय आदि का 3 गुना फायदा मिलता है। इस शुभ योग के चलते सावन का पहला दिन बहुत ही खास बन गया है। वैसे तो सावन में की गई शिव पूजा विशेष फलदाई रहती है, लेकिन त्रिपुष्कर योग में की गई पूजा का फल 3 गुना होकर मिलता है, ऐसा ज्योतिष शास्त्रों में बताया गया है।
ये राजयोग भी बनेगा सावन के पहले दिन
सावन के पहले दिन ग्रहों की स्थिति भी अनुकूल रहेगी। इस दिन मिथुन राशि में सूर्य और बुध की युति होने से बुधादित्य नाम का राजयोग बनेगा, जो कि बहुत फलदाई माना गया है। इस दिन बुध अपनी स्वराशि मिथुन में और शनि अपनी स्वराशि कुंभ में रहेगा। इस चंद्रमा धनु से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेगा।
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