इस समय वृषभ राशि में मंगल और राहु एक साथ होने से अंगारक योग का निर्माण हो रहा है। महाशिवरात्रि पर ये योग 111 साल बाद बन रहा है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार, इसके पहले ये योग 1910 में बना था। तब 9 मार्च को अंगारक योग में महाशिवरात्रि मनाई गई थी। धर्म ग्रंथों में भगवान शिव की पूजा विधि विस्तार पूर्वक बताई गई है, मगर भाग-दौड़ भरी इस लाइफ में विस्तार पूर्वक पूजा करने का समय शायद ही किसी के पास हो, इसलिए इस एक आसान विधि से भी शिवजी की पूजा की जाए तो भी भक्तों की मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं