remedies for bilva tree: हिंदू धर्म में पेड़-पौध़ों की पूजा भी देवता के रूप में की जाती है। इन्हीं में से एक पेड़ है बिल्व का। इस पेड़ के नीचे यदि रोज एक दीपक लगाया जाए तो जल्दी ही धन लाभ के योग बन सकते हैं और देवी लक्ष्मी की कृपा आपके ऊपर बनी रहेगी।
Vidur Niti: महात्मा विदुर महाभारत के प्रमुख पात्रों में से एक थे। उनकी बताई गई नीतियां आज भी हमारे लिए बहुत काम की हैं। उन्होंने अपनी एक नीति में बताया है कि किसी स्त्री की तारीफ कब और किस स्थिति में करनी चाहिए।
Premananda Baba video: वृंदावन वाले प्रेमानंद महाराज बातों ही बातों में कुछ ऐसी बातें भी बता देते हैं जिनके बारे में हमने कभी नहीं सुना होता। इन बातों को जानकर हर कोई हैरान रह जाता है। प्रेमानंद महाराज से जानें मां के पेट में बच्चा क्या सोचता है?
Baba Bageshwar Tips: बागेश्वर धाम वाले पं. धीरेंद्र शास्त्री अपनी कथाओं के दौरान लाइफ मैनेजमेंट के टिप्स भी बताते हैं। इन बातों को जीवन में उतार लेने से हम कईं सारी समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं। ये टिप्स बच्चों के लिए भी है।
रुद्राक्ष के बारे में हम सभी जानते हैं। भगवान शिव इसे आभूषण के रूप में पहनते हैं। शिवपुराण में इसकी उत्पत्ति से जुड़ी कथा, प्रकार व अन्य बातें बताई गई हैं। इसे पहनने से कईं फायदे हमारे जीवन में हो सकते हैं।
Mauni Amavasya 2025 Kab Hai हिंदू धर्म ग्रंथों में अमावस्या का विशेष महत्व बताया गया है। इनमें मौनी अमावस्या बहुत खास मानी गई है। इस पूरे दिन मौन रहना चाहिए और ईश्वर का ध्यान करना चाहिए। इससे मन शांत रहता है और शुभ फल भी मिलते हैं।
Tips for good sleep: अगर आप भी सुकून भरी नींद चाहते हैं तो इसके लिए कईं उपाय हैं। इनमें से कुछ उपाय ज्योतिष शास्त्र में कुछ और तंत्र-मंत्र में बताए गए हैं। ये उपाय बहुत ही आसान है जो कोई भी कर सकता है।
वृंदावन वाले प्रेमानंद महाराज अपने प्रवचनों के दौरान लोगों को लाइफ मैनेजमेंट के कईं टिप्स भी बताते हैं। इन टिप्स सुनने में भले ही छोटे लगे लेकिन इनका हमारे जीवन में बड़ा महत्व है।
Garuda Purana: हिंदू मान्यताओं के अनुसार, मृत्यु के बाद भी आत्मा कुछ दिनों तक अपने परिजनों के साथ ही रहती है यानी उस घर में ही रहती है, जहां उसका शरीर रहा करता था। ऐसे धर्म ग्रंथों में भी लिखा है।
Prayagraj Maha Kumbh 2025: प्रयागराज में महाकुंभ 2025 की शुरूआत हो चुकी है। ये धार्मिक मेला 26 फरवरी तक रहेगा। महाकुंभ मेंले में साधुओं ने अपनी एक अलग ही दुनिया बसाई है। यहां 13 अखाड़ों के अलग-अलग कैंप हैं।