उज्जैन। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अशुभ समय में किए काम मनचाहा परिणाम नहीं देते। यही कारण है कि पंचक में बहुत से शुभ काम करने की मनाही है। पंचक के अंतर्गत धनिष्ठा, शतभिषा, उत्तरा भाद्रपद, पूर्वा भाद्रपद व रेवती नक्षत्र आते हैं। इस बार 21 मार्च, शनिवार की सुबह लगभग 07.33 से पंचक शुरू होगा, जो 25 मार्च, बुधवार की शाम लगभग 06.08 तक रहेगा। आगे जानिए कितनी तरह के होते