बिहार और उत्तर प्रदेश में छठ व्रत विशेष रूप से मनाया जाता है। 4 दिनों तक चलने वाले इस उत्सव में भारतीय संस्कृति के अनेक रूप देखने को मिलते हैं।
कार्तिक शुक्ल द्वितिया यानी भाई दूज (इस बार 29 अक्टूबर) को यमराज के साथ चित्रगुप्त की पूजा का भी विधान है। मान्यता है कि इस दिन चित्रगुप्त महाराज के दर्शन और पूजा करने से मनुष्यों को पापों की मुक्ति मिलती है।
इस बार 29 अक्टूबर, मंगलवार को भाई दूज का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन बहनें अपने भाइयों को भोजन करने घर पर बुलाती हैं और तिलक करने के बाद उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं।
29 अक्टूबर, मंगलवार को भाई दूज है। इसे यम द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन चित्रगुप्त की भी पूजा होती है।
मंगलवार, 29 अक्टूबर को भाई दूज है। इस दिन यमराज की विशेष पूजा की जाती है। अगर संभव हो सके तो इस दिन यमराज के मंदिर भी जाना चाहिए।
कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को यानी दिवाली के दूसरे दिन घर-घर में प्रतीकात्मक रूप से गोवर्धन पूजा की जाती है। इस बार ये पर्व 28 अक्टूबर, सोमवार को है।
दीपावली तीसरे दिन यानी कार्तिक शुक्ल द्वितीया तिथि को भाई दूज का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 29 अक्टूबर, मंगलवार को है।
दुनिया के अलग-अलग देशों व धर्मों में नया साल अलग-अलग दिन मनाया जाता है। किसी देश या धर्म में नाच-गाकर नए साल का स्वागत किया जाता है तो कहीं पूजा-पाठ व ईश्वर की आराधन कर।
हर साल कार्तिक अमावस्या को दीपावली का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 27 अक्टूबर, रविवार को है। इस दिन मुख्य रूप से देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है।
धर्म ग्रंथों के अनुसार, धन लाभ के लिए देवी लक्ष्मी की पूजा करना श्रेष्ठ उपाय है। धन की देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए अनेक मंत्रों और स्तुतियों की रचना की गई है। उन्हीं में से एक है श्रीसूक्त।