बहुत से लोगों को अपने परिजनों की मृत्यु की तिथि याद नहीं रहती, ऐसी स्थिति में शास्त्रों में इसका भी निवारण बताया गया है
अगर आप किसी कारणवश शास्त्र के अनुसार विधानों से न कर पाएं, तो एक आसान विधि से भी श्राद्ध कर सकते हैं
हमारे धर्म शास्त्रों में श्राद्ध पक्ष में कुछ कामों के लिए मनाही है, वहीं कुछ बातें जरूरी बताई गई हैं
नवरात्री, जिसे नौ पवित्र दिनों के रूप में भी जाना जाता है, हिन्दुओं द्वारा की जाने वाली सबसे बड़ी पूजा है। इस साल नवरात्रि 29 सितंबर से शुरू हो रही है। नवरात्र में मां दुर्गा की आराधना की जाती है।
हिंदू धर्म में बच्चों को शुरू से ही शिष्टाचार संबंधी बातें बताई जाती हैं
जुए में अपना राज-पाठ हारने के बाद पांडव 12 साल तक वनवास में रहे और 1 साल उन्होंने अज्ञातवास में गुजारा
आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को महालक्ष्मी व्रत किया जाता है
जिस व्यक्ति की कुंडली में पितृ दोष होता है, उसके लिए श्राद्ध पक्ष का समय विशेष होता है
ग्रह-नक्षत्रों के विशेष संयोग से इस साल पितृ पक्ष बहुत शुभ रहने वाला है।
भगवान विश्वकर्मा को देवताओं का शिल्पी यानी इंजीनियर कहा जाता है। ग्रंथों के अनुसार देवताओं के लिए भवनों, महलों व रथों आदि का निर्माण विश्वकर्मा ही करते हैं।