भगवान श्रीकृष्ण ने कुरुक्षेत्र के मैदान में अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। ये बात हम सभी जानते हैं, लेकिन श्रीकृष्ण और अर्जुन के अलावा भी गीता को कई बार बोला व सुना गया।
श्रीमद्भागवत में सुखी और सफल जीवन के लिए कई नीतियां स्वयं श्रीकृष्ण द्वारा बताई गई हैं।
इस बार जन्माष्टमी को लेकर ज्योतिषियों में मतभेद हैं, जिसके चलते 2 दिन ये पर्व मनाया जाएगा। शैव मत वाले 23 अगस्त को जबकि वैष्णव संप्रदाय वाले 24 अगस्त को जन्माष्टमी मनाएंगे।
जन्माष्टमी पर उपवास रखकर भगवान श्रीकृष्ण की पूजा की जाती है।
भगवान श्रीकृष्ण का जीवन मनुष्य जाति के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है।
जुए में हरने के बाद पांडवों को वनवासियों के रूप में देखकर श्रीकृष्ण नाराज हुए और तब उन्होंने युधिष्ठिर को बताया कि जब हस्तिनापुर में जुआ खेला जा रहा था तो वे वहां क्यों नहीं आ पाए।
भगवान श्रीकृष्ण का जीवन हम सभी के लिए एक आदर्श है। उनमें ऐसे कई गुण थे, जो उन्हें परफेक्ट बनाते थे।
हफ्ते के सातों दिन अलग-अलग ग्रहों से संबंधित हैं। वार के अनुसार अगर रोज अलग-अलग तिलक लगाया जाएं तो फायदे हो सकते हैं।
भगवान विष्णु के 10 प्रमुख अवतार ही प्रचलित हैं, लेकिन कई धर्म ग्रंथों के अनुसार भगवान विष्णु के कुल 24 अवतार हैं।
श्रीमद्भागवत में भगवान श्रीकृष्ण के पूरे जीवन का वर्णन मिलता है।