सार

मूल अंक 8 वाले लोग अंतर्मुखी, शांत और गंभीर होते हैं, जिन्हें सफलता के लिए कठोर परिश्रम करना पड़ता है। शनि के प्रभाव के कारण, वे जीवन में देर से सफलता प्राप्त करते हैं लेकिन उच्च पद और धन प्राप्त करते हैं।

मूल अंक 8 वाले लोग बहुत ही अंतर्मुखी स्वभाव के होते हैं। ऐसे लोग किसी से भी आसानी से घुलते-मिलते नहीं हैं। ये शांत और गंभीर प्रवृति के होते हैं। इन जातकों को सफलता के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ता है। संघर्ष और कठोर परिश्रम के बाद ही इन्हें जीवन में सफलता मिलती है। ये बाधाओं से घबराते नहीं हैं। अक्सर ये शांत ही अपना काम करते रहते हैं, फिर अचानक दुनिया इनके परिणामों को देखती है।

अंक 8 का स्वामी शनि होता है, कठिन परिश्रम के बाद यह जातक को उत्तम सफलता दिलाता है। ये किसी भी क्षेत्र में अपना करियर बनाएं, उच्च पद को प्राप्त करते हैं। समय के साथ ये धनवान भी बनते हैं। ये सोच-समझकर खर्च करते हैं, इसलिए काफी बचत भी करते हैं। 

 

ये लोग अपने परिवार के सदस्यों से ज्यादा जुड़ाव नहीं रख पाते हैं। इनके बहुत ही औपचारिक संबंध होते हैं। दोस्त भी आसानी से नहीं बन पाते हैं। प्यार में भी ये दिल ही दिल में प्यार करते हैं, उसे बयां नहीं कर पाते हैं। दांपत्य जीवन में प्रेम की कमी बनी रहती है। ये लोग राजनीति, चिकित्सा, परिवहन, ठेकेदारी आदि क्षेत्रों में अच्छा लाभ कमाते हैं। 

 

कह सकते हैं कि मूल अंक 8 वाले लोगों पर शनिदेव की विशेष कृपा होती है। किसी भी महीने की 8, 17 या 26 तारीख को जन्म लेने वाले लोगों का मूलांक 8 होता है। 8 अंक वाले लोगों का व्यक्तित्व करियर और भविष्य विशिष्ट होता है।