सार
MahaKumbh 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से महाकुंभ शुरू होने वाला है। इस महाकुंभ में साधु-संतों के साथ अघोरी भी शामिल होंगे। अघोरियों की दुनिया हमेशा से ही लोगों के लिए रहस्य का विषय रहती है। बहुत कम लोग इनके बारे में जानते हैं।
5 interesting facts about Aghoris: 13 जनवरी से प्रयागराज में शुरू हो रहे महाकुंभ में साधु-संतों के साथ अघोरी भी दिखाई देंगे। अघोरियों की साधना सबसे ज्यादा रहस्यमयी है। उनकी अपनी शैली, अपना विधान है। यही कारण है कि वे आम साधु-संतों के साथ नहीं रहते बल्कि श्मशान या सुनसान स्थान पर रहते हैं। उनके अपने कुछ नियम होते हैं, जिसे वे किसी भी स्थिति में नहीं तोड़ते। इनके इष्टदेव भगवान शिव होते हैं। आगे जानिए अघोरियों से जुड़ी 5 खास बातें…
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क्या है अघोर का अर्थ?
आध्यात्मिक दृष्टि से देखें तो अघोरी उसे कहते हैं जो घोर नहीं हो, यानी बहुत ही सरल और सहज हो। जिसके मन में कोई भेदभाव नहीं हो। अघोरी हर वस्तु में समान भाव रखते हैं। वे सड़ते जीव के मांस को भी उतना ही स्वाद लेकर खा सकते हैं जितना स्वादिष्ट पकवानों को स्वाद लेकर खाया जा सकता है।
अघोरी क्या नहीं खाते?
अघोरी गाय का मांस छोड़ कर बाकी सभी चीजों को खाते हैं। मानव मल से लेकर मुर्दे का मांस तक। अघोरपंथ में श्मशान साधना का विशेष महत्व है इसलिए वे श्मशान में रहना ही ज्यादा पंसद करते हैं। श्मशान में साधना करना शीघ्र ही फलदायक होता है।
हट के पक्के होते हैं अघोरी
अघोरियों के बारे में कई बातें प्रसिद्ध हैं जैसे कि वे बहुत ही हठी होते हैं, अगर किसी बात पर अड़ जाएं तो उसे पूरा किए बगैर नहीं छोड़ते। गुस्सा हो जाएं तो अपना किसी भी हद तक जा सकते हैं। अधिकतर अघोरियों की आंखें लाल होती हैं जैसे वो बहुत गुस्सा हो लेकिन उनका मन उतना ही शांत भी होता है।
कौन-सा जानवर पालते हैं अघोरी?
अघोरी अमूमन आम दुनिया से कटे हुए होते हैं। वे आम लोगों से कोई सम्पर्क नहीं रखते। ना ही ज्यादा बातें करते हैं। वे अधिकांश समय अपना सिद्ध मंत्र ही जाप करते रहते हैं। जानवरों में वो सिर्फ कुत्ते पालना पसंद करते हैं। उनके साथ उनके शिष्य रहते हैं जो उनकी सेवा करते हैं।
अघोरी कौन-सी साधनाएं करते हैं?
अघोरी मूलतः तीन तरह की साधनाएं करते हैं। शिव साधना. शव शाधना और श्मशान साधना। ये सभी साधनाएं श्मशान में की जाती है। इन साधनाओं में मुर्दे के साथ-साथ मांस-मदिरा का उपयोग भी होता है।
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इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो ज्योतिषियों व विद्वानों द्वारा बताई गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।