सार

Hindu Tradition: शनिदेव की पूजा से परेशानियां दूर होती हैं, लेकिन फिर भी घर में शनि की मूर्ति या चित्र नहीं रखे जाते। इसके लिए एक नहीं और भी कईं कारण है जो बहुत ही खास हैं।

 

Shani Jayanti 2024: आज (6 जून, गुरुवार) ज्येष्ठ मास की अमावस्या है। इस दिन शनि जयंती का पर्व मनाया जाता है। ज्योतिष शास्त्र में शनि को न्यायाधीश भी कहा जाता है। यानी मनुष्यों को उनके अच्छे-बुरे कर्मों का फल शनिदेव ही प्रदान करते हैं। आपने देखा होगा कि घरों में सूर्यदेव, देवगुरु बृहस्पति आदि के चित्र या प्रतिमाओं की स्थापना व पूजा आदि की जाती है लेकिन शनिदेव की प्रतिमा या चित्र घर में कोई नहीं रखता। इसके पीछे एक नहीं कई कारण हैं। आगे जानिए इन कारणों के बारे में…

ये है धार्मिक मान्यता
ऐसा कहा जाता है कि शनिदेव की दृष्टि में दोष है, वे जिस पर भी नजर डालते हैं, उसका अमंगल हो जाता है। इसलिए घर में शनिदेव की प्रतिमा या चित्र स्थापित नहीं करना चाहिए, जिससे कि आप सीधे शनिदेव की दृष्टि में आ सको। ऐसा होने से घर-परिवार के लोगों की परेशानियां और भी बढ़ सकती हैं। यहां तक कि यदि आप शनि मंदिर में भी दर्शन करने जाएं तो सीधे शनिदेव के मुख के सामने खड़े नहीं होना चाहिए। प्रतिमा के एक ओर खड़े होकर दर्शन करना चाहिए।

ये है ज्योतिषीय कारण
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि एक क्रूर ग्रह है, इसलिए घर में शनिदेव की प्रतिमा या चित्र रखा जाए तो इससे घर में निगेटिविटी यानी नकारात्मकता बढ़ने का खतरा बना रहता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के ओरा मंडल में यदि निगेटिविटी अधिक हो जाए तो इसका बुरा असर वहां रहने वाले लोगों पर हो सकता है। इसलिए ऐसा करने से बचना चाहिए।

एक कारण ये भी
ज्योतिषियों के अनुसार, घर में यदि शनिदेव का चित्र या प्रतिमा आदि हो तो कुछ नियमों का पालन भी विशेष रूप से करना पड़ता है, जैसे घर में मांस-मदिरा आदि का प्रवेश नहीं होना चाहिए। इसके अलावा और भी कई नियम शनिदेव की पूजा के लिए जरूरी माने गए हैं। इन नियमों का पालन आमजन के लिए संभव नहीं है। अगर कोई शनिदेव की प्रतिमा घर में स्थापित कर नियमों का पालन नहीं करता तो उसे अशुभ फल प्राप्त होते हैं।


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Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।