सार

उज्जैन में भगवान महाकाल की चौथी सवारी आज 31 जुलाई को निकाली गई। लाखों भक्त अपने आराध्य की एक झलक पाने के लिए घंटों इंतजार किया और उमा महेश स्वरूप को देखकर स्वयं को धन्य महसूस किया।

 

उज्जैन. सावन सोमवार के चलते उज्जैन (Ujjain) के महाकाल मंदिर (Mahakal Temple) में सुबह से ही मंदिर में भक्तों का जमावड़ा लगा हुआ है। 31 जुलाई को भगवान महाकाल की चौथी सवारी निकाली गई। भगवान महाकाल की पालकी अपने तय समय शाम 4 बजे मंदिर परिसर से बाहर आई, जहां पुलिस जवानों ने बाबा को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इसके पहले शहर कोटितीर्थ के निकट जनप्रतिनिधि और अधिकारियों ने बाबा की पूजा की। 

उमा-महेश रूप में दर्शन दिए महाकाल ने
चौथी सवारी में भगवान उमा-महेश स्वरूप में अपने भक्तों को दर्शन दे रहे थे। चांदी की पालकी में विराजित अपने आराध्य देव को देखने के लिए भक्त घंटों पहले से सड़कों पर आ जमें थे। सवारी में भगवान के पिछले स्वरूप चंद्रमौलेश्वर, हाथी पर मनमहेश स्वरूप, गरुड़ पर सवार भगवान शिव तांडव की प्रतिमा भी शामिल थे।

पुलिस जवानों ने दिया गार्ड ऑफ ऑनर
भगवान महाकाल को उज्जैन का राजा कहा जाता है, इसलिए शाम 4 बजे जैसे ही पालकी बाहर आई, पुलिस जवानों द्वारा बाबा को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। सवारी अपने तय मार्ग गुदरी चौराहा, कहार वाड़ी से होते हुए रामघाट पहुंची, यहां भगवान महाकाल की पूजा की गई। यहां से सवारी दानी गेट, ढाबा रोड और गोपाल मंदिर होते हुए नियत समय पर मंदिर में पहुंची।

6 सवारी और शेष
इस बार सावन का अधिक मास होने से भगवान महाकाल की कुल 10 सवारी का योग बना है। इनमें से तीन सवारी निकल चुकी है। आगे जानिए अब कब निकेलगी भगवान महाकाल की सवारी…
पांचवी सवारी- 7 अगस्त को
छठी सवारी- 14 अगस्त को
सातवीं सवारी- 21 अगस्त को
आठवीं सवारी- 28 अगस्त को
नौवीं सवारी- 4 सितंबर को
अंतिम शाही सवारी- 11 सितंबर को


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