सार
Mahakal Sawari Ujjain Live: मध्य प्रदेश के उज्जैन में भगवान महाकाल की दूसरी सवारी 29 जुलाई, सोमवार को निकाली जा रही है। पालकी में भगवान महाकाल चंद्रमौलेश्वर के रूप में अपने भक्तों को दर्शन दे रहे हैं।
Ujjain Mahakal Sawari: मध्य प्रदेश के उज्जैन में भगवान महाकाल का प्रसिद्ध मंदिर है। ये 12 ज्योतिर्लिगों में तीसरा है। सावन के महीने में आने वाले प्रत्येक सोमवार को यहां भगवान महाकाल की सवारी भव्य रूप से निकाली जाती है, जिसे देखने के लिए लाखों भक्त यहां आते हैं। 29 जुलाई को सावन के दूसरे सोमवार को बाबा महाकाल को दूसरी सवारी निकाली जा गई। चांदी में विराजित बाबा महाकाल ने चंद्रमोलेश्वर स्वरूप में भक्तों को दर्शन दिए।
रामघाट पर होगा हुआ पूजन
परंपरा के अनुसार, दोपहर 3.30 पर मंदिर परिसर में ही कलेक्टर, एसपी व अन्य जनप्रतिनिधियों ने बाबा महाकाल का पूजन किया गया। अपने तय समय पर
यानी शाम 4 बजे भगवान महाकाल की पालकी मंदिर परिसर से बाहर आई। यहां सशस्त्र पुलिस बल के जवान भगवान महाकाल को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। सवारी विभिन्न मार्गों से होते हुए क्षिप्रा नदी के किनारे रामघाट पहुंची, यहां फिर से एक बार भगवान महाकाल की पूजा की गई। सड़क मार्ग से होते हुए सवारी पुन: मंदिर परिसर में आई। इस दौरान लाखों भक्तों ने बाबा महाकाल के चंद्रमौलेश्वर स्वरूप के दर्शन किए।
कैसे शुरू हुई महाकाल सवारी की परंपरा? (Kyo Nikalte Hai Mahakal Ki Sawari)
उज्जैन में भगवान महाकाल की सवारी निकालने की परंपरा ज्यादा समय पुरानी नहीं है। ये पंरपरा रियासतकाल यानी सिंधिया शासन साल के दौरान शुरू हुई। जब उज्जैन पर ग्वालियर के सिंधिया वंश का राज था, तब उन्होंने भगवान महाकाल को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से सवारी निकालने की परंपरा शुरू की। इसी का विशाल स्वरूप आज देखा जा रहा है।
कब-कब निकलेगी महाकाल की सवारी? (Mahakal Sawari Ujjain 2024 Date)
सावन के सोमवार के अलावा भादौ मास के पहले 2 सोमवार को भी भगवान महाकाल की सवारी निकाली जाती है। जानें आगे महाकाल सवारी की डेट…
तीसरी सवारी- 5 अगस्त
चौथी सवारी- 12 अगस्त
पांचवी सवारी- 19 अगस्त
छटी सवारी- 26 अगस्त
सातवीं सवारी- 2 सितंबर
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