सार
दोस्तों ज्यादातर घरों में भोजन में सामान्यत: रोटी जरूर बनती है। भारत में तो रोटी मुख्य भोजन होता है। लोग इसे बड़े चाव से खाते हैं लेकिन रोटी बनाते समय वास्तु संबंधी कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है वरना घर से लक्ष्मी नाराज हो जाएंगी।
रिलीजन डेस्क। हिन्दू धर्म में कई सारी मान्यताएं हैं जिनका पालन लोग करते हैं। इसे अंधविश्वास इस लिए नहीं कहा जा सकता है क्योंकि ये मान्यताएं कहीं न कहीं हमारे धर्म और वर्षों पुरानी किंवदंतियों से जुड़ा है। हमारी धार्मिक मान्यताओं में कई बाते हैं जिन्हें हम नियमत: पालन करते हैं। हालांकि कई सारी मान्यताएं हैं जिनके बारे में हमें ज्ञान नहीं होता है और उन नियमों का पालन न करने से घर में परेशानी आती है।
आज हम आपको बताने जा रहे हैं एक ऐसी ही मान्यता के बारे में जिसके तहत घरों में तवे पर रोटी सेंकना भी वर्जित माना जाता है। यदि साल के इन पांच दिन घर में तवे पर रोटी सेंकी तो मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं और घर में धन की किल्लत होने लगती है। जानें साल के किन पांच दिनों में घर में तवे पर रोटी नहीं सेंकनी चाहिए।
शीतलाष्टमी पर चूल्हे पर न चढ़ाएं तवा
हिन्दू धर्म में मान्यता है कि शीतलाष्टमी के दिन ठंडा यानी कि बासी भोजन खाना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि मां शीतला को ठंडे भोजन का ही भोग लगाया जाता है। इसलिए तवा नहीं चढ़ता है। इस दिन घर में ताजा भोजन नहीं बनाया जाता है। माता को चढ़ाने के बाद बासी भोजन ही खाया जाता है।
नागपंचमी पर नहीं बनती रोटी
नागपंचमी पर्व पर हिन्दू धर्म में रोटी नहीं बनाने की परंपरा होती है। इस दिन घऱों में पूड़ी-कचौड़ी ही बनती है। इस दिन नाग देवता की पूजा की जाती है। हिन्दू धर्म की मान्यता के मुताबिक घरों में तवे को अग्नि पर नहीं चढ़ाते हैं। नाग पंचमी पर चूल्हे पर तवा रखना अशुभ मानते हैं।
शरद पूर्णिमा पर नहीं बनाते रोटी
धार्मिक मान्यता के मुताबिक शरद पूर्णिमा के दिन रोटी नहीं बनाते हैं। इस दिन चंद्रमा अपनी 16 कलाओं से परिपूर्ण नजर आता है। शरद पूर्णिमा के दिन शाम को खीर बनाकर चांद की रोशनी में रखते हैं और सुबह खाते हैं।
दिवाली पर नहीं बनाते रोटी
दिवाली हिन्दुओं का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार होता है। इस दिन भगवान गणेश के साथ माता लक्ष्मी की पूजा होती है। दिवाली के दिन भी त्योहार पर घरों में रोटी नहीं बनाई जाती हैं। इस दिन मिठाई, खीर, हलावा आदि बनाकर खाते हैं। रोटी बनाने से मां लक्ष्मी के साथ अन्नपूर्णा माता भी नाराज हो जाती हैं।
मृत्यु होने पर घर में रोटी नहीं बनती
हिन्दू धर्म में पर्व के अलावा कर्मकांड या किसी की मृत्यु होने पर भी घऱ में तवा नहीं चढ़ाने की परंपरा है। घर परिवार में जब भी किसी की मृत्यु हो जाती है उस दिन तवा नहीं चढ़ाते हैं। कुछ घरों में 13 दिनों तक घर में रोटी नहीं बनाने की मान्यता होती है।