MalayalamNewsableKannadaKannadaPrabhaTeluguTamilBanglaHindiMarathiMyNation
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • ताज़ा खबर
  • राष्ट्रीय
  • वेब स्टोरी
  • राज्य
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • बिज़नेस
  • सरकारी योजनाएं
  • खेल
  • धर्म
  • ज्योतिष
  • फोटो
  • Home
  • Religion
  • Spiritual
  • Vikram Samvat 2080: 22 मार्च को हिंदू नववर्ष पर बनेंगे कई दुर्लभ योग, 5 कारण जो इस दिन को बनाएंगे खास

Vikram Samvat 2080: 22 मार्च को हिंदू नववर्ष पर बनेंगे कई दुर्लभ योग, 5 कारण जो इस दिन को बनाएंगे खास

Vikram Samvat 2023: इस बार विक्रम संवत 2080 की शुरूआत 22 मार्च से होगी। ये हिंदू कैलेंडर है जो अंग्रेजी कैलेंडर से भी 57 साल आगे है। इसी दिन से हिंदू नववर्ष का आरंभ माना जाता है और चैत्र नवरात्रि भी इसी दिन से शुरू होती है। 

3 Min read
Manish Meharele
Published : Mar 09 2023, 12:19 PM IST| Updated : Mar 09 2023, 12:21 PM IST
Share this Photo Gallery
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Whatsapp
  • GNFollow Us
16
जानें इस बार क्यों खास रहेगा विक्रम संवत 2080?
Image Credit : Getty

जानें इस बार क्यों खास रहेगा विक्रम संवत 2080?

उज्जैन. वैसे तो पूरी दुनिया में अंग्रेजी कैलेंडर की मान्यता है जो 1 जनवरी से शुरू होता है, लेकिन इसके बाद भी अलग-अलग धर्मों के अपने विभिन्न कैलैंडर प्रचलित हैं। हिंदू धर्म के कैलैंडर को विक्रम संवत्सर (Vikram Samvat 2023) कहा जाता है। इस बार 22 मार्च से विक्रम संवत्सर 2080 का आरंभ होगा। इस दिन गुड़ी पड़वा का पर्व मनाया जाता है वहीं चैत्र नवरात्रि का आरंभ भी इसी दिन से माना जाता है। इस बार हिंदू नववर्ष पर ग्रहों के कई दुर्लभ संयोग बन रहे हैं। आगे जानिए इनके बारे में…
 

26
शनि 30 साल बाद रहेगा कुंभ राशि में
Image Credit : freepik

शनि 30 साल बाद रहेगा कुंभ राशि में

शनि सौर मंडर का सबसे धीमा चलने वाला ग्रह है। वर्तमान में ये कुंभ राशि में स्थित है जो इसकी स्वयं की राशि है। इसके पहले साल 1993 में शनि के कुंभ राशि में रहते हुए विक्रम संवत यानी हिंदू नववर्ष की शुरूआत हुई थी, और अब ये योग 2023 में बना है। ज्योतिष शास्त्र में शनि का स्वराशि में होना शुभ माना जाता है और ऐसा संयोग कई सालों में एक बार बनता है।

36
12 साल बाद गुरु अपनी स्वराशि में
Image Credit : freepik

12 साल बाद गुरु अपनी स्वराशि में

ज्योतिष शास्त्र में किसी भी शुभ कार्य से पहले गुरु ग्रह की स्थिति पहले देखी जाती है। इस समय गुरु अपनी स्वराशि मीन में स्थित है। इसके पहले साल 2011 में गुरु ग्रह मीन राशि में था, तब विक्रम संवत का पर्व मनाया गया था।  22 मार्च को इस राशि में गुरु के साथ बुध भी रहेगा। ज्योतिष शास्त्र में बुध और गुरु की युति को और भी शुभ माना गया है। 
 

46
पंचक में हिंदू नववर्ष का आरंभ
Image Credit : freepik

पंचक में हिंदू नववर्ष का आरंभ

इस बार हिंदू नववर्ष का आरंभ पंचक में होगा। वैसे तो मान्यताओं में पंचक को अशुभ समय माना गया है, लेकिन ऐसा नहीं है। पंचक में सिर्फ कुछ ही कार्य करने की मनाही है। पंचक की शुरूआत 19 मार्च, रविवार से होगी। रविवार को पंचक के शुरू होने से ये रोग पंचक कहलाएगा।

56
बुधादित्य योग में रहेगा इस दिन
Image Credit : freepik

बुधादित्य योग में रहेगा इस दिन

22 मार्च को मीन राशि में गुरु के साथ-साथ बुध और सूर्य भी रहेंगे। बुध और सूर्य की युति ज्योतिष शास्त्र में बहुत ही शुभ मानी गई है। इन दोनों ग्रहों के साथ होने से बुधादित्य नाम का राजयोग बनेगा। इस योग में जो भी कार्य किया जाता है, उसके फल कई गुना होकर प्राप्त होगा। इस योग के बनने से हिंदू नववर्ष का महत्व और भी बढ़ गया है।
 

66
शुक्र और राहु रहेंगे एक ही राशि में
Image Credit : freepik

शुक्र और राहु रहेंगे एक ही राशि में

ज्योतिष शास्त्र में राहु को क्रूर ग्रह कहा गया है और इसे राक्षस प्रवृत्ति का माना गया है। वहीं शुक्र को राक्षसों का गुरु कहा जाता है। हिंदू नववर्ष के मौके पर ये दोनों ग्रह एक ही राशि में यानी मेष में रहेंगे। ये दोनों ग्रह आपस में मित्र की व्यवहार करते हैं, इसलिए हिंदू नववर्ष पर इन दोनों ग्रहों की युति होने एक दुर्लभ संयोग है।


ये भी पढ़ें-

Palmistry: कहीं आप भी तो नहीं होने वाले ‘अकाल मृत्यु’ का शिकार, जान सकते हैं हथेली की इस रेखा से

Vikram Samvat 2080: कैसे शुरू हुआ विक्रम संवत्, किसने शुरू किया, क्या ये अंग्रेजी कैलैंडर से भी 57 साल आगे है?


Chaitra month 2023: 8 मार्च से शुरू होगा हिंदू पंचांग का पहला महीना चैत्र, जानें इस मास में कौन-कौन से त्योहार मनाए जाएंगे?


Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें। आर्टिकल पर भरोसा करके अगर आप कुछ उपाय या अन्य कोई कार्य करना चाहते हैं तो इसके लिए आप स्वतः जिम्मेदार होंगे। हम इसके लिए उत्तरदायी नहीं होंगे।


 

About the Author

MM
Manish Meharele
मनीष मेहरेले। मीडिया जगत में इनके पास 19 साल से ज्यादा का अनुभव है। वर्तमान समय में ये एशियानेट न्यूज हिंदी के साथ जुड़कर धर्म-आध्यात्म बीट पर काम कर रहे हैं। करियर की शुरुआत इन्होंने स्थानीय अखबार दैनिक अवंतिका से की थी। इसके बाद वह दैनिक भास्कर प्रिंट उज्जैन में वाणिज्य डेस्क प्रभारी रहे और 2010-2019 तक दैनिक भास्कर डिजिटल में धर्म डेस्क पर काम किया। इन्हें महाभारत, रामायण जैसे धार्मिक ग्रंथों का अच्छा ज्ञान है। इनके पास जीव विज्ञान में बीएससी स्नातक की डिग्री है।

Latest Videos
Recommended Stories
Related Stories
Asianet
Follow us on
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • Download on Android
  • Download on IOS
  • About Website
  • Terms of Use
  • Privacy Policy
  • CSAM Policy
  • Complaint Redressal - Website
  • Compliance Report Digital
  • Investors
© Copyright 2025 Asianxt Digital Technologies Private Limited (Formerly known as Asianet News Media & Entertainment Private Limited) | All Rights Reserved