Vivah Muhurat: अपनी शादी के लिए शुभ मुहूर्त का इंतजार कर रहे लोगों के लिए खुशखबरी है। 1 नवंबर को देवउठनी एकादशी के बाद विवाह पर लगी रोक हट जाएगी और सभी मांगलिक कार्य किए जा सकेंगे।

Vivah Muhurat 2025-2026: हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार चातुर्मास के दौरान कोई भी शुभ कार्य जैसे विवाह, गृह प्रवेश आदि नहीं किए जाते। इस बार चातुर्मास की शुरूआत 6 जुलाई से हुई थी, जो अब 1 नवंबर को खत्म होने वाला है। देवउठनी एकादशी के बाद विवाह आदि शुभ कामों पर लगी रोक खत्म हो जाएगी और जो लोग अपने विवाह के लिए इंतजार कर रहे हैं, उनके विवाह हो सकेंगे। यानी 117 दिन बाद फिर से विवाह की शहनाइयां गूंजने को तैयार हैं। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी से जानें विवाह के शुभ मुहूर्त कब-कब हैं…

ये भी पढ़ें-
Dhanteras 2025: लक्ष्मी जी की कृपा पाने के लिए बस खरीदें ये 5 चीजें, भूलकर भी न खरीदें ये 4 वस्तुएं

कब है देवउठनी एकादशी 2025?

इस बार देवउठनी एकादशी का पर्व 1 नवंबर, शनिवार है। इसके अलगे दिन यानी 12 नवंबर, रविवार को चातुर्मास समाप्त हो जाएगा। मान्यता है कि देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु नींद से जागते हैं और सृष्टि के संचालन की जिम्मेदारी पुन: अपने हाथ में लेते हैं। इसके बाद ही शुभ कार्य जैसे विवाह, गृह प्रवेश आदि किए जा सकते हैं।

ये भी पढ़ें-
Kartik Maas 2025 Upay: कार्तिम मास में जरूर करें ये खास उपाय, भगवान विष्णु करेंगे कर मनोकामना पूरी

2025 में विवाह के शुभ मुहूर्त

- नवंबर 2025 में विवाह आदि शुभ कार्यों के लिए 14 शुभ मुहूर्त हैं। इनकी डेट्स इस प्रकार है- 2, 3, 5, 8, 12, 13, 16, 17, 18, 21, 22, 23, 25 और 30 नवंबर।
- दिसंबर 2025 की बात की जाए तो इस महीने में विवाह आदि शुभ कामों के लिए सिर्फ 3 शुभ मुहूर्त ही निकल रहे हैं, क्योंकि 16 दिसंबर से मल मास शुरू हो जाएगा जो 14 जनवरी 2026 तक रहेगा। दिसंबर 2025 के शुभ मुहूर्त-4, 5 और 6।

2026 में विवाह के शुभ मुहूर्त

विद्वानों के अनुसार, 12 दिसंबर 2025 से शुक्र ग्रह अस्त हो जाएगा जो 1 फरवरी 2026 को उदय होगा। इस दौरान विवाह के मुहूर्तों पर रोक लगी रहेगी। आगे जानिए फरवरी से दिसंबर तक विवाह के शुभ मुहूर्त-
फरवरी- 3, 6, 9, 12, 19, 20, 26
अप्रैल- 15, 20, 21, 25, 26, 27, 29
मई- 6, 13, 23, 25, 26, 28, 29
जून- 1, 2, 4, 5, 11, 19, 21, 28
जुलाई- 7, 16
नवंबर- 20, 25, 26

Disclaimer
इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो धर्म ग्रंथों, विद्वानों और ज्योतिषियों से ली गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।