सार

Janmashtami 2022 Vrat Parana Time: हिंदू धर्म में व्रत पूर्ण होने के बाद उसका पारणा करने का नियम हैं यानी जब व्रत की तिथि समाप्त हो जाए तो उसके बाद विधि-विधान पूर्वक उस व्रत का समापन करना चाहिए। 

उज्जैन. आज (19 अगस्त, शुक्रवार) को पूरे देश में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव (Janmashtami 2022) का पर्व बड़े ही धूम-धाम से मनाया जा रहा है। इस पर्व पर अधिकांश लोग व्रत करते हैं। कुछ लोग फलाहार कर लेते हैं जबकि कुछ बिना कुछ खाए-पिए ही ये व्रत पूर्ण करते हैं। धर्म ग्रंथों के अनुसार, जब भी कोई व्रत-उपवास किया जाता है तो पारणा अवश्य करना चाहिए, तभी उसका पूरा फल मिल पाता है। आगे जानिए जिन लोगों ने आज जन्माष्टमी का व्रत किया है, वे किस समय पारणा कर सकते हैं…

कब करें जन्माष्टमी व्रत का पारणा? (Janmashtami 2022 Vrat Parana)
पंचांग के अनुसार, भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 18 अगस्त, गुरुवार की रात 09:21 से शुरू हो चुकी है जो 19 अगस्त, शुक्रवार की रात 10.50 तक रहेगी। इसके बाद रात 12 बजे कृष्ण जन्मोत्सव का पर्व मनाया जाएगा। धर्म ग्रंथों के अनुसार, व्रत का पारणा व्रत तिथि के अगले दिन करना चाहिए। इसलिए जिन लोगों ने 19 अगस्त को जन्माष्टमी का व्रत किया है वे 20 अगस्त, शनिवार की सुबह पारणा करें। ये लोग शनिवार सुबह 05:45 के बाद पहले प्रसाद ग्रहण करें और इसके बाद अपनी इच्छा अनुसार भोजन कर सकते हैं।

व्रत का पारणा करते समय इन बातों का रखें खास ध्यान
- व्रत का पारणा करते समय सबसे पहले प्रसाद खाना चाहिए। इसके बाद सात्विक भोजन करना चाहिए। इसके पहले व्रत का संपूर्ण फल पाने के लिए भगवान से प्रार्थना करें।
- व्रत के तुरंत बाद अधिक भोजन करना ठीक नहीं रहता, इससे सेहत खराब हो सकती है, इसलिए थोड़ा-बहुत खाकर थोड़ी देर आराम करना चाहिए ताकि शरीर उसे पचाने में सक्षम हो जाए। - व्रत का पारणा सुबह ही करना चाहिए। दोपहर में नहीं। ऐसा करना ठीक नहीं माना जाता। सुबह कुछ हल्का खाने के बाद दोपहर में भरपेट भोजन किया जा सकता है। 
 

ये भी पढ़ें-

Janmashtami 2022: पाना चाहते हैं योग्य संतान तो जन्माष्टमी की रात करें इस खास मंत्र का जाप


Janmashtami 2022: सपने में दिखें बाल गोपाल तो मिलते हैं शुभ फल, क्रोध में दिखें कान्हा तो ये है अशुभ संकेत

Janmashtami 2022: राशि अनुसार ये उपाय दूर करेंगे आपका हर संकट, मिलेंगे ग्रहों के शुभ फल भी