सार
साउथ के सुपरस्टार रजनीकांत ने हाल ही में नागरिकता कानून को लेकर कहा कि देश के किसी भी नागरिक को सीएए से डरने की जरूरत नहीं हैं और ना ही मुसलमानों को। सीएए हमारे देश के नागरिकों को प्रभावित नहीं करता है। अगर ये मुस्लिमों को प्रभावित करेगा तो वो देश के पहले व्यक्ति रहेंगे जो उनके साथ खडे़ रहेंगे।
मुंबई. साउथ के सुपरस्टार रजनीकांत ने हाल ही में नागरिकता कानून को लेकर कहा कि देश के किसी भी नागरिक को सीएए से डरने की जरूरत नहीं हैं और ना ही मुसलमानों को। सीएए हमारे देश के नागरिकों को प्रभावित नहीं करता है। अगर ये मुस्लिमों को प्रभावित करेगा तो वो देश के पहले व्यक्ति रहेंगे जो उनके साथ खडे़ रहेंगे। NPR देश के लिए बहुत जरूरी है। इससे पता चलेगा कि कौन लोग बाहरी हैं। इसके साथ ही रजनीकांत ने ये भी कहा कि NRC अभी लागू नहीं हैं।
रजनीकांत ने जताया दुख, की एक गुजारिश
इससे पहले रजनीकांत ने सीएए को लेकर हो रहे विरोध-प्रदर्शन पर दुख जताया था। उन्होंने ट्वीट किया था कि देश के हालात देखकर वो बहुत दुखी हो गए हैं। हिंसा किसी भी समस्या का हल नहीं है। उन्होंने लोगों से कहा था कि भारत के लोग एकजुट रहें। भारत की सुरक्षा और हित का ध्यान में रखें। उन्होंने ट्वीट के जरिए हिंसा से दूर रहने की अपील की थी।
इससे पहले रजनीकांत ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 वापस लेने के भारत सरकार के फैसले का स्वागत भी किया था। उन्होंने इसके लिए पीएम मोदी और अमित शाह को बधाई भी दी थी। उन्होंने ये भी कहा था कि अमित शाह ने जो स्पीच दी वह शानदार थी। मोदी और शाह की जोड़ी कृष्ण और अर्जुन की तरह है।
सीएए को लेकर लोग जता रहे थे विरोध
बता दें, नागरिकता कानून जब से संसद में पास हुआ तब से लोग इसका विरोध जता रहे हैं। विपक्षी पार्टियां इसे मुस्लिमों के खिलाफ कानून बता रही हैं। हालांकि, सरकार का कहना है कि इस कानून में पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने का प्रावधान है, जो वहां से सताए जाने के कारण 31 दिसंबर 2014 तक भारत आए। यह कानून नागरिकता देने के लिए है न कि किसी की नागरिकता छीनने के लिए। इससे किसी भारतीय नागरिक को दिक्कत नहीं होगी।