सार
35-40 की उम्र में बालों का पतला होना, सफेद होना, झड़ना या रुखापन एक इस उम्र में सामान्य समस्या हो सकती है। इन समस्याओं को कम करने के लिए नीलगिरी का तेल (Eucalyptus Oil) एक बेहतरीन नेचुरल तरीका माना जाता है। नीलगिरी का तेल एंटीसेप्टिक, एंटीफंगल और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है, जो बालों के ग्रोथ के लिए बहुत अच्छा है। बालों में नीलगिरी तेल के इस्तेमाल से यह रूसी को कम करता है और बालों को हेल्दी बनाए रखता है। इसका सही तरीके से इस्तेमाल करने से बाल मजबूत होती है, तेजी से लंबे और घने होते हैं। पॉपुलर हेल्थ वेबसाइट हेल्थलाइन के अनुसार नीलगिरी तेल के इस्तेमाल के फायदे, उपयोग विधि के बारे में इस लेख में जानते हैं।
नीलगिरी तेल के फायदे:
बालों के ग्रोथ को बढ़ाना:
यह स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है, जिससे बालों की जड़ें मजबूत होती हैं और बाल तेजी से बढ़ते हैं।
रूसी कम करना:
नीलगिरी के एंटीफंगल गुण स्कैल्प को क्लीन रखता है और रूसी और बालों की गंदगी जैसी समस्याओं को दूर करता है।
बालों का झड़ना कम करना:
नीलगिरी का तेल बालों के झड़ने की समस्या को कम करता है और जिससे बाल घने और लंबे होते हैं।
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स्कैल्प की सफाई:
नीलगिरी का तेल स्कैल्प को डिटॉक्स करता है और स्कैल्प की सूजन, खुजली और अन्य समस्याओं को दूर करता है।
नीलगिरी तेल का इस्तेमाल कैसे करें:
नीलगिरी का तेल एक एसेंशियल ऑयल है, जिसे सीधा स्कैल्प पर लगाने से पहले हमेशा नारियल, आंवला या बादाम ऑयल के साथ मिलाकर लगाना चाहिए।
बालों में ऐसे लगाएं नीलगिरी का तेल
1. नीलगिरी और नारियल तेल का मिश्रण:
सामग्री: 2-3 बूंद नीलगिरी का तेल + 2 चम्मच नारियल तेल
विधि: नीलगिरी तेल की कुछ बूंदें नारियल तेल में मिलाएं और इस मिश्रण को हल्का गर्म करें। फिर इस गुनगुने तेल को बालों की जड़ों पर लगाएं और स्कैल्प पर 10-15 मिनट तक हल्की मालिश करें। 1-2 घंटे तक तेल को बालों में लगा रहने दें या आप चाहें तो रात भर के लिए छोड़ दें और फिर माइल्ड शैंपू से बालों को धो लें।
2. नीलगिरी और बादाम तेल का मिश्रण:
सामग्री: 2-3 बूंद नीलगिरी का तेल + 2 चम्मच बादाम तेल
विधि: इस मिश्रण को स्कैल्प पर लगाकर हल्की मालिश करें। बादाम का तेल बालों को नरम और मजबूत बनाता है और नीलगिरी का तेल बालों की जड़ों को स्वस्थ करता है।
3. नीलगिरी और जैतून तेल का मिश्रण:
सामग्री: 2-3 बूंद नीलगिरी का तेल + 2 चम्मच ऑलिव ऑयल
विधि: इस मिश्रण को बालों की जड़ों में लगाएं और 30 मिनट तक छोड़ दें। जैतून तेल बालों को गहराई से पोषण देता है और नीलगिरी तेल स्कैल्प को साफ कर बालों को मजबूत बनाता है।
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4. नीलगिरी तेल और शैंपू का मिश्रण:
सामग्री: 1-2 बूंद नीलगिरी का तेल + आपका नियमित शैंपू
विधि: शैंपू में नीलगिरी तेल मिलाएं और बालों को धोते समय इसका इस्तेमाल करें। इससे बालों की रूसी साफ होती है और स्कैल्प की सूजन को दूर करने में मदद मिलती है।
नीलगिरी तेल का इस्तेमाल करते वक्त बरतें ये सावधानियां:
सीधा उपयोग न करें:
नीलगिरी का तेल एक बहुत ही स्ट्रांग एसेंशियल ऑयल है, इसलिए इसे सीधा स्कैल्प पर नहीं लगाना चाहिए। हमेशा इसे नारियल, ऑलव या बादाम जैसे हेयर ऑयल के साथ मिलाकर लगाएं।
एलर्जी टेस्ट करें:
नीलगिरी का तेल लगाने से पहले एक पैच टेस्ट जरूर करें। इसे अपने हाथ की त्वचा पर थोड़ा सा लगाकर देखें कि कोई एलर्जी या जलन तो नहीं हो रही। यदि आपके हाथों में नीलगिरी के तेल से किसी भी तरह की जलन या एलर्जी दिखे, तो आप अपने बालों में नीलगिरी का तेल न लगाएं।
आंखों और चेहरे से दूर रखें:
नीलगिरी तेल को आंखों, नाक या मुंह के संपर्क में आने से बचाएं, क्योंकि यह जलन पैदा कर सकता है। नीलगिरी का तेल बहुत स्ट्रॉन्ग है, जिसे डायरेक्ट आंख या नाक में लगाने से जलन हो सकती है।
मात्रा का ध्यान रखें:
2-3 बूंदों से अधिक इन नीलगिरी तेल का इस्तेमाल न करें। अधिक मात्रा में नीलगिरी तेल का उपयोग करने से त्वचा और स्कैल्प पर जलन हो सकती है।
गर्भवती महिलाओं के लिए सावधानी:
गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को नीलगिरी तेल का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। यदि कोई महिला गर्भवती या फिर सेंसिटिव है, तो उसे नीलगिरी तेल के इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर से पूछना चाहिए।
अत्यधिक संवेदनशील स्कैल्प:
यदि आपकी स्कैल्प बहुत सेंसिटिव है, तो इसके इस्तेमाल से पहले अपने डॉक्टर या डर्मेटोलॉजिस्ट से जांच करवा लें और उनके परामर्श के अनुसार इसका इस्तेमाल करें।