सार
ICC Champions Trophy: आईसीसी चैंपियन्स ट्रॉफी को हाइब्रिड मॉडल के तहत आयोजित किया जाएगा। भारत का पाकिस्तान में टीम भेजने से इनकार के बाद यह फैसला आईसीसी ने लिया है। अब भारत के सारे मैच दुबई में खेले जाएंगे, अन्य सभी मैच पाकिस्तान में होंगे। बीसीसीआई और पीसीबी ने दुबई में मैच खेलने पर सहमति जता दी है। यही नहीं, पाकिस्तान ने भी 2026 में भारत में होने वाले टी20 विश्व कप में भारत आने से इनकार कर दिया है। इसमें यह तय हुआ कि पाकिस्तान की टीम भारत आने की बजाय कोलंबो में अपने मैच खेलेगी। हालांकि, पीसीबी को इसके लिए कोई वित्तीय मुआवजा नहीं मिलेगा। लेकिन इसके बदले में उसे 2027 के बाद आईसीसी टूर्नामेंट की मेजबानी का अधिकार मिलेगा।
अगले साल 19 फरवरी से शुरू होंगे चैंपियन्स ट्रॉफी के मैच
चैपियन्स ट्राफी 2025 टूर्नामेंट के मैच अगले साल 19 फरवरी से शुरू होंगे। इसका फाइनल मैच 9 मार्च को खेला जाएगा। इस टूर्नामेंट में 8 टीमें शिरकत कर रही हैं। सभी 8 टीमों का दो ग्रुप बनाया जाएगा। दोनों ग्रुप की दो टॉप टीमें सेमीफाइनल में पहुंचेगी। सेमीफाइनल जीतने वाली टीमों के बीच फाइनल मुकाबला होगा।
बीसीसीआई ने आईसीसी को लिखा था लेटर
दरअसल,आईसीसी चैंपियन्स ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान भेजने से बीसीसीआई ने इनकार कर दिया था। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने अपनी टीम को पाकिस्तान न भेजने संबंधी फैसले से आईसीसी को अवगत कराते हुए हाइब्रिड मॉडल से टूर्नामेंट कराने का सुझाव दिया था। बीते दिनों आईसीसी की बोर्ड मीटिंग में पाकिस्तान को इस प्रस्ताव से अवगत कराया था। हालांकि, शुरूआती इनकार के बाद पाकिस्तान ने सहमति जता दी थी। इसके बाद आईसीसी ने सभी पक्षों को सामने बैठाकर एक रूपरेखा तैयार कराई। विशेषज्ञों का मानना है कि हाइब्रिड मॉडल मानना पाकिस्तान की मजबूरी थी। अगर वह इनकार करता तो उससे टूर्नामेंट की मेजबानी का अधिकार छीन जाता। यह पीसीबी के लिए एक बड़ा वित्तीय झटका होता। मेजबानी अधिकार छीन जाने से पीसीबी को करीब 65 मिलियन अमेरिकी डॉलर का नुकसान उठाना पड़ता।
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