सार

IPL 2025 की नीलामी में RTM कार्ड ने खूब रंग जमाया। फ्रैंचाइजी ने इसका इस्तेमाल खिलाड़ियों को वापस अपनी टीम में लाने के लिए किया, जिससे बोली में काफी उछाल आया। जानिए कैसे RTM ने नीलामी की तस्वीर बदल दी।

खेल डेस्क। IPL 2025 की मेगा नीलामी में 10 फ्रैंचाइजी ने अगले सीजन के लिए अपनी टीम पूरी करने के लिए 639.15 करोड़ रुपए खर्च किए। दो दिन तक चली नीलामी ने क्रिकेट जगत का ध्यान खींचा है। ऋषभ पंत, श्रेयस अय्यर और वेंकटेश अय्यर जैसे खिलाड़ियों के लिए रिकॉर्ड तोड़ बोली लगाई गई। इस साल की नीलामी में नए आरटीएम नियम का बड़ा असर पड़ा। कुछ फ्रैंचाइजी ने इसका समझदारी से इस्तेमाल करके दूसरों की जेब खाली कर दी। आइए जानते हैं यह RTM फैक्टर क्या है और किस तरह नीलामी पर असर डालता है।

आईपीएल नीलामी से पहले बीसीसीआई ने कहा कि कोई भी आईपीएल फ्रैंचाइज अपने पिछले सीजन की टीम से अधिकतम छह खिलाड़ियों को रिटेन कर सकती है। नियमों के अनुसार अगर कोई फ्रैंचाइज छह से कम खिलाड़ियों को रिटेन नहीं करना चाहती है तो उसे नीलामी में अपने खिलाड़ियों पर राइट टू मैच (RTM) विकल्प का इस्तेमाल करने का मौका मिलेगा।

आईपीएल ने कहा कि 6 रिटेंशन/आरटीएम में अधिकतम 5 कैप्ड खिलाड़ी (भारतीय और विदेशी) और अधिकतम 2 अनकैप्ड खिलाड़ी हो सकते हैं। कोलकाता नाइट राइडर्स और राजस्थान रॉयल्स के अलावा, हर अन्य टीम आरटीएम कार्ड के साथ नीलामी में उतरी थी।

क्या है RTM कार्ड?

RTM कार्ड किसी फ्रैंचाइज को नीलामी में उस खिलाड़ी के लिए सबसे ऊंची बोली से मिलान करने का विकल्प इस्तेमाल करने की अनुमति थी जो पिछले सीजन में उनकी टीम का हिस्सा था। इस नीलामी के लिए अपडेट किए गए नियम ने एक आईपीएल टीम को खिलाड़ी पर मूल बोली लगाने और आरटीएम कार्ड का उपयोग करने के बाद एक बोली अधिक करने की अनुमति दी। आरटीएम कार्ड वाली फ्रैंचाइज को खिलाड़ियों को बनाए रखने के लिए नई बोली से मिलान करना था। ऐसा नहीं करने पर खिलाड़ी मूल बोली लगाने वाली टीम में शामिल हो जाएगा।

उदाहरण के लिए अगर नीलामी से पहले मुंबई इंडियंस द्वारा इशान किशन को रिलीज कर दिया जाता है और नीलामी के दौरान लखनऊ सुपर जायंट्स सबसे ज्यादा बोली लगाता है (मान लें कि 15 करोड़ रुपये) तो MI को पहले किशन को 15 करोड़ रुपये में खरीदने का विकल्प दिया जाएगा।

दिल्ली कैपिटल्स ने ऋषभ पंत के लिए इस्तेमाल किया RTM कार्ड

दिल्ली कैपिटल्स ने अपने पुराने सितारों मुकेश कुमार (8 करोड़ रुपये) और जेक फ्रेज मैकगर्क (9 करोड़ रुपए) को फिर से साइन करने के लिए समझदारी से काम लिया। लखनऊ सुपर जायंट्स ने ऋषभ पंत के लिए 20.75 करोड़ रुपए की बोली लगाई। उस वक्त दिल्ली कैपिटल्स ने पंत को वापस पाने के लिए RTM कार्ड इस्तेमाल किया। हालांकि बोली आगे बढ़कर 27 करोड़ रुपए तक पहुंच गई। ऋषभ पंत को सबसे 27 करोड़ में लखनऊ सुपर जायंट्स ने खरीदा।

लोगों को उम्मीद थी कि रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु मोहम्मद सिराज, विल जैक्स और ग्लेन मैक्सवेल के लिए RTM कार्ड इस्तेमाल करेगा, लेकिन उन्होंने किसी के लिए भी ऐसा नहीं किया। आरसीबी ने आखिरकार स्पिनर स्वप्निल सिंह को वापस अपनी टीम में लाने के लिए RTM कार्ड का सहारा लिया।

नूर अहमद के लिए CSK ने 5 करोड़ रुपए की बोली लगाई तब गुजरात टाइटन्स ने आरटीएम पैडल के जरिए उन्हें अपनी टीम में वापस लाने की कोशिश की। हालांकि, बोली 10 करोड़ रुपए तक पहुंच गई। चेन्नई ने उन्हें अपनी टीम में शामिल किया।

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