सार

आयरलैंड के क्रिकेटर सिमी सिंह अक्यूट लिवर फेल्योर से जूझ रहे हैं और गुड़गांव के एक अस्पताल में भर्ती हैं। सिंह को कुछ महीने पहले एक अजीब तरह का बुखार आया था, जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ती गई। पंजाब में जन्मे सिंह ने आयरलैंड के लिए क्रिकेट खेला है।

नई दिल्ली: भारतीय मूल के क्रिकेटरों का दुनिया के अलग-अलग देशों में नागरिकता हासिल करके, उस देश के क्रिकेटर बनने के कई उदाहरण देखने को मिले हैं। इसी कड़ी में अब भारतीय मूल के आयरलैंड क्रिकेटर सिमी सिंह जीवन और मृत्यु के बीच जूझ रहे हैं। यह क्रिकेटर अक्यूट लिवर फेल्योर की समस्या से जूझ रहा है और फिलहाल अस्पताल के आपातकालीन कक्ष में भर्ती है।  

37 वर्षीय आयरलैंड क्रिकेट टीम के प्रमुख ऑलराउंडर सिमी सिंह का इलाज इस समय गुड़गांव के मेदांता अस्पताल के आईसीयू में चल रहा है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सिमरनजीत सिंह अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं।

 

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, सिमी सिंह के परिवार ने इस बारे में जानकारी दी है। सिमी सिंह जब डबलिन में थे, तब उन्हें 5-6 महीने पहले एक अजीब तरह का बुखार आया था। यह बुखार बार-बार आने लगा। ऐसे में सिमी सिंह ने आयरलैंड में ही अपना स्वास्थ्य परीक्षण कराया। इसके बाद बुखार कम हो गया था। लेकिन सिमी सिंह का डॉक्टरों ने ठीक से टेस्ट नहीं किया था। इसके बाद बुखार बढ़ने पर दोबारा जांच कराई गई। तभी अचानक सिमी सिंह की तबीयत बिगड़ गई। ऐसे में उन्हें बेहतर इलाज के लिए भारत ले जाने का फैसला लिया गया।

भारत आने के बाद सिमी सिंह का इलाज पहले मोहाली में कराया गया। लेकिन वहां का इलाज भी कारगर साबित नहीं हुआ। मोहाली के एक डॉक्टर ने सिमी सिंह को टीबी होने की बात कही। इसके बाद दिन-ब-दिन सिमी सिंह की तबीयत बिगड़ती चली गई। ऐसे में डॉक्टरों की सलाह पर सिमी सिंह को मोहाली से गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

 

पंजाब मूल के क्रिकेटर: 

सिमी सिंह का जन्म पंजाब के मोहाली में हुआ था। सिमी सिंह ने आयरलैंड टीम का प्रतिनिधित्व करने से पहले पंजाब के लिए अंडर-14 और अंडर-17 टीम का प्रतिनिधित्व किया था। लेकिन सिमी सिंह को पंजाब अंडर 19 टीम में जगह नहीं मिली। इसके बाद 2005 में होटल मैनेजमेंट करने के उद्देश्य से आयरलैंड जाने का फैसला किया। लेकिन शायद उनकी किस्मत में क्रिकेटर बनना लिखा था। आखिरकार 2006 में सिमी सिंह आयरलैंड के एक क्रिकेट क्लब में शामिल हो गए। वहां शानदार प्रदर्शन कर उन्होंने आयरलैंड क्रिकेट चयन समिति का ध्यान खींचा.