सार
एक निजी कॉलेज के दीक्षांत समारोह में रविचंद्रन अश्विन ने स्पष्ट किया कि हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा नहीं, केवल एक राजभाषा है। हिंदी दिवस पर उनका यह बयान वायरल हो रहा है और हिंदी थोपने के खिलाफ एक आवाज बन गया है।
आज भारत के कई हिस्सों में राष्ट्रीय हिंदी दिवस मनाया जा रहा है। अभी भी कई लोगों को यह भ्रम है कि हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है। इस भ्रम को दूर करने का काम कई कन्नड़ समर्थक संगठनों सहित कई क्षेत्रीय लोग वर्षों से करते आ रहे हैं। अब टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर रविचंद्रन अश्विन ने भी इस बारे में स्पष्ट आवाज उठाई है और कहा है कि हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा नहीं है।
स्टार क्रिकेटर रविचंद्रन अश्विन ने एक निजी कॉलेज के दीक्षांत समारोह में छात्रों को संबोधित करते हुए यह स्पष्ट संदेश दिया। अश्विन के ये शब्द हिंदी दिवस के मौके पर काफी वायरल हो रहे हैं। भारत की भाषाओं के बारे में बात करते हुए अश्विन ने छात्रों से पूछा कि कितने लोगों को अंग्रेजी आती है। कुछ छात्रों ने हाथ उठाया। इसके बाद उन्होंने पूछा कि कितने लोगों को तमिल आती है, तो कई छात्रों ने हाथ उठाया। फिर उन्होंने पूछा कि कितने लोगों को हिंदी आती है, तो एक या दो छात्रों ने हाथ उठाया। तब अश्विन ने कहा कि हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा नहीं है, यह केवल एक राजभाषा है। यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
दक्षिण भारत के राज्य जैसे कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल और आंध्र प्रदेश दशकों से हिंदी थोपे जाने का विरोध करते आ रहे हैं। केंद्र सरकार और उत्तर भारतीय, दक्षिण के राज्यों पर समय-समय पर हिंदी थोपने की कोशिश करते रहते हैं। इसके बावजूद दक्षिण भारतीय हिंदी थोपे जाने की निंदा करते रहे हैं। अब रविचंद्रन अश्विन का यह कहना कि हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा नहीं है, हिंदी थोपने वालों के लिए एक करारा जवाब है।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं अश्विन: भारत के दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने हाल ही में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज के ब्रिस्बेन टेस्ट मैच के खत्म होते ही अश्विन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। भारत के लिए 106 टेस्ट मैच खेलकर 537 विकेट लेने वाले अश्विन ने 37 बार 5+ विकेट लेने का कारनामा किया है। इतना ही नहीं, बल्लेबाजी में भी 6 शतक लगाकर उन्होंने दुनिया के सामने खुद को एक उपयोगी ऑलराउंडर साबित किया।
रविचंद्रन अश्विन ने टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए सबसे तेज़ 50, 100, 150, 200, 250, 300, 350, 400, 450, 500 विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया था। अनिल कुंबले के बाद भारत क्रिकेट जगत में रविचंद्रन अश्विन एक दिग्गज स्पिनर के रूप में उभरे।