सार

आईपीएल नीलामी में इस्तेमाल हुए साइलेंट टाईब्रेकर के बारे में जानते हैं।

2025 के आईपीएल मेगा नीलामी की शुरुआत धमाकेदार रही। सऊदी अरब के जेद्दा में हो रही आईपीएल मेगा नीलामी में कुल 577 खिलाड़ी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इस नीलामी में एक बार फिर साइलेंट टाई ब्रेकर ने सबका ध्यान खींचा।

तो क्या है ये साइलेंट टाई ब्रेकर?

साइलेंट टाई ब्रेकर का मतलब है कि जब दो फ्रेंचाइजी एक ही खिलाड़ी पर एक ही रकम की बोली लगाती हैं। अगर उनके पास ज्यादा पैसे नहीं हैं, तो बोली बराबर हो जाती है। इसका हल निकालने के लिए बीसीसीआई ने साइलेंट टाई ब्रेकर का विकल्प दिया है।

जी हाँ, साइलेंट टाई ब्रेकर में दोनों टीमें एक कागज पर अपनी अंतिम बोली लिखकर नीलामीकर्ता को देती हैं। दोनों टीमों में से जिसकी बोली ज्यादा होती है, खिलाड़ी उसी टीम में जाता है।

टाई ब्रेक बोली एकमुश्त भुगतान की जाने वाली राशि को दर्शाती है, जो फ्रेंचाइजी बीसीसीआई को देने को तैयार है। टाई-ब्रेक बोली की राशि अंतिम बोली की राशि से अलग और अतिरिक्त होती है। टाई ब्रेक बोली एक अलग राशि है, जो फ्रेंचाइजी बीसीसीआई को देने को तैयार है।