Inspirational Stories Of Women Cricketers: भारतीय महिला क्रिकेट टीम की वर्ल्ड कप जीत के पीछे सिर्फ खिलाड़ियों की मेहनत ही नहीं, बल्कि उनके माता-पिता का त्याग, संघर्ष और सपने भी जुड़े हैं। आइए जानें इन चैंपियंस के पिता क्या करते हैं...

Women World Cup 2025 Winning Players Fathers: कहते हैं लोग आपकी सक्सेस देखते हैं स्ट्रगल नहीं, लेकिन इन भारतीय महिला क्रिकेटरों का स्ट्रगल भी सराहनीय और देखने लायक है, क्योंकि छोटे-छोटे शहरों निकलकर और आर्थिक तंगी झेल कर भी इन लड़कियों ने वर्ल्ड कप जीतने का सपना देखा और अपना सपना पूरा किया। आइए आज हम आपको बताते हैं वर्ल्ड कप विनिंग टीम की खिलाड़ियों के फैमिली मेंबर्स क्या करते हैं...

पिता के सपने को बेटी ने किया पूरा

भारतीय महिला क्रिकेट टीम के कप्तान हरमनप्रीत कौर के पिता हरमिंदर सिंह भुल्लर कोर्ट में क्लर्क थे। वो खुद एक क्रिकेटर बनना चाहते थे, लेकिन नौकरी और आर्थिक स्थिति ठीक ना हो पाने की वजह से वो अपने सपने को पूरा नहीं कर पाए। उनकी बेटी हरमनप्रीत कौर ने उनके सपने को पूरा करके दिखाया और भारत को वर्ल्ड चैंपियन भी बनाया।

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अमनजोत कौर के पिता है कारपेंटर

भारतीय टीम की ऑलराउंडर अमनजोत कौर जो अपने बल्ले और गेंद से कमाल करती हैं, उनके पिता का नाम भूपेंद्र सिंह है जो एक कारपेंटर हैं। उन्होंने ही अपनी बेटी के लिए पहला बैट बनाया था और अपनी बेटी के क्रिकेट करियर को सपोर्ट भी किया। वो मोहाली से चंडीगढ़ तक उन्हें स्कूटर पर क्रिकेट अकादमी ले जाते थे।

राधा यादव के पिता बेचते थे सब्जी

भारतीय महिला गेंदबाज राधा यादव जिन्होंने अपनी गेंदबाजी से वर्ल्ड कप में सभी को प्रभावित किया। उनके पिता ओम प्रकाश यादव मुंबई के कांदिवली वेस्ट में दूध और सब्जी की दुकान चलाते थे। लेकिन तमाम समस्याओं के बावजूद उन्होंने अपनी बेटी के सपने को पूरा करने में पूरा सपोर्ट किया।

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क्या करते हैं अन्य क्रिकेटर्स के पिता

भारतीय गेंदबाज उमा छेत्री के पिता एक किसान है। दीप्ति शर्मा के पिता कानपुर में छोटा बिजनेस चलते हैं। शेफाली वर्मा के पिता एक ज्वेलर है, वहीं जेमिमा रॉड्रिक्स के पिता क्रिकेट कोच हैं। ये सभी महिला क्रिकेटर सामान्य परिवार से आती है, लेकिन इसके बाद भी उनके घर वालों के सपोर्ट से इन्होंने अपने सपने को पूरा किया और आज देश को वर्ल्ड चैंपियन भी बनाया।