इंडियन हॉकी के 6 गोल्डन मोमेंट्स, जिन्होंने लिखी इतिहास की नई इबारत
Indian Hockey Iconic Moments: भारत में हॉकी का इतिहास बेहद गौरवशाली रहा है। ओलंपिक से लेकर वर्ल्ड कप में हॉकी के कई ऐसे आईकॉनिक मोमेंट है, जिन्हें आज भी नहीं भुलाया जा सकता है। आज हम ऐसे ही 6 अनफॉरगेटेबल मोमेंट्स के बारे में आपको बताते हैं।
एम्सटर्डम ओलंपिक 1928
भारत ने पहली बार साल 1928 में ओलंपिक खेलों में भाग लिया था। एम्सटर्डम ओलंपिक में भारत ने पहली बार में ही गोल्ड मेडल अपने नाम किया और इसके बाद लगातार पांच गोल्ड मेडल जीते। इसमें हॉकी के जादूगर ध्यानचंद ने 5 मैचों में 14 गोल्ड जीतकर इतिहास रचा था।
बर्लिन ओलंपिक 1936
जर्मनी के खिलाफ बर्लिन ओलंपिक 1936 के फाइनल मुकाबले में भारत ने जर्मनी को 8-1 से हराया था। इस मैच में मेजर ध्यानचंद के हॉकी कारनामों को देखकर हिटलर भी उनके फैन हो गए थे।
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लंदन ओलंपिक 1948
आजादी के बाद भारत ने लंदन ओलंपिक 1948 में भाग लिया और इंग्लैंड की टीम को 4-0 से हराकर गोल्ड मेडल जीता। आजादी के बाद ये भारत की ऐतिहासिक और पहली जीत थी।
मेलबर्न ओलंपिक 1956
मेलबर्न ओलंपिक 1956 में भारत ने अपना छठां गोल्ड मेडल जीता और फाइनल में पाकिस्तान को 1-0 से हराया था।
मास्को ओलंपिक 1980
1980 मास्को ओलंपिक में भारत ने 6वां गोल्ड मेडल जीता। भारत ने स्पेन को 4-3 से हराया। इसके बाद भारत ने अब तक हॉकी में एक भी गोल्ड मेडल नहीं जीता है।
टोक्यो ओलंपिक 2020
टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत ने जर्मनी को 5-4 से हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीता। 41 साल बाद भारत ने ओलंपिक खेलों में जीत दर्ज की। हालांकि, वो सिल्वर और गोल्ड मेडल से चूक गए थे।