सार

पेरिस पैरालंपिक खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व 84 एथलीट करेंगे। 12 खेलों में भाग ले रहा भारत इस बार कम से कम 25 पदक जीतने के लक्ष्य के साथ उतरेगा।

पेरिस: पेरिस पैरालंपिक खेल अब से 3 दिन बाद शुरू होने वाले हैं। 28 अगस्त से फ्रांस की राजधानी में पैरा एथलीटों का यह महाकुंभ सजेगा। भारतीय खिलाड़ी भी तैयार हैं और इतिहास रचने के इरादे से पेरिस के लिए उड़ान भर चुके हैं। इस बार भारत की तरफ से कितने खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं, कौन-कौन से खेलों में अपनी चुनौती पेश करेंगे, आइए जानते हैं।

पैरालंपिक खेलों के लिए इस बार भारत 84 खिलाड़ियों को भेज रहा है, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। 2020 टोक्यो पैरा खेलों में 54 खिलाड़ी गए थे और 19 पदक जीते थे। 1968 में पहली बार भारतीय खिलाड़ियों ने पैरालंपिक खेलों में हिस्सा लिया था, 1984 से लेकर अब तक हुए हर पैरालंपिक खेलों में भारत ने अपने योद्धाओं को उतारा है।

एथलेटिक्स में भारत के सबसे ज़्यादा खिलाड़ी

भारत इस बार 12 खेलों में हिस्सा ले रहा है। खास बात यह है कि सिर्फ एथलेटिक्स में ही भारत के 38 खिलाड़ी होंगे। तीरंदाजी, बैडमिंटन, साइकिलिंग, जूडो, पैरा कैनोइंग, पावरलिफ्टिंग, रोइंग, निशानेबाजी, टेबल टेनिस, ताइक्वांडो जैसे खेलों में भी भारतीय खिलाड़ी अपनी किस्मत आजमाएंगे।

भारत के लिए 25 पदक का लक्ष्य!

पिछले पैरालंपिक खेलों में पदक जीतने वाले सुमित अंतिल, मरियप्पन थंगावेलु, सुहान एल.वाई., कृष्णा नागर, अवनी लेखारा, मनीष नरवाल, भावना पटेल, निषाद कुमार जैसे कई खिलाड़ी इस बार भी क्वालीफाई कर चुके हैं। इनसे एक बार फिर पदक की उम्मीद है। युवा पैरा तीरंदाजी खिलाड़ी शितल देवी, जिनके दोनों हाथ नहीं हैं, वो भी वर्ल्ड रैंकिंग में पहले नंबर पर हैं। शितल से भारत को सबसे ज़्यादा पदक की उम्मीद है।

पैरालंपिक खेलों में अब तक भारत ने कुल 9 स्वर्ण, 12 रजत और 10 कांस्य पदक मिलाकर कुल 31 पदक जीते हैं। इस बार कम से कम 25 पदक जीतकर भारत की नज़रें अपने इस आंकड़े को 50 के पार ले जाने पर हैं।

 

भारतीय पैरालंपिक समिति का प्रोत्साहन:

भारतीय पैरालंपिक समिति (पीसीआई) पिछले 3-4 सालों से भारतीय खिलाड़ियों की ट्रेनिंग के लिए हर संभव मदद कर रही है। पदक जीतने के लिए हर तरह की सुविधा मुहैया कराई गई है। पीसीआई के मुख्य कोच कर्नाटक के रहने वाले सत्यनारायणन को पूरा भरोसा है कि इस बार भारत कम से कम 25-30 पदक ज़रूर जीतेगा।

‘पहली बार भारत पैरालंपिक खेलों में 12 खेलों में अपने खिलाड़ियों को उतार रहा है। इस बार कम से कम 25 से 30 पदक जीतने का लक्ष्य है। केंद्र सरकार की तरफ से भी हर तरह की मदद मिल रही है। ओलंपिक और पैरालंपिक खिलाड़ियों के बीच कोई भेदभाव नहीं किया जा रहा है। मुझे पूरा भरोसा है कि इस बार हमारी तरफ से कई कीर्तिमान स्थापित होंगे।’- सत्यनारायणन, मुख्य कोच, पीसीआई

 

84 खिलाड़ी: इस बार पैरालंपिक खेलों में भारत की तरफ से कुल 84 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं।

12 खेल: इस बार पैरालंपिक खेलों में भारत कुल 12 खेलों में हिस्सा ले रहा है।

38 खिलाड़ी: इन खेलों में भारत के 38 खिलाड़ी सिर्फ एथलेटिक्स के अलग-अलग इवेंट्स में हिस्सा लेंगे।

क्या टोक्यो के प्रदर्शन को पीछे छोड़ पाएगा भारत?

3 साल पहले जापान के टोक्यो में हुए 16वें पैरालंपिक खेलों में भारत ने 19 पदक जीतकर इतिहास रचा था। इस बार कम से कम 25 पदक जीतने के लक्ष्य के साथ भारतीय दल पेरिस पहुंचा है।