सार

नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने पेरिस डायमंड लीग (Paris Diamond League) से बाहर होने का फैसला किया है। ऐसा उन्होंने पैर से जुड़ी एक परेशान के चलते किया है।

 

खेल डेस्क। नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने इस रविवार को होने वाली पेरिस डायमंड लीग (Paris Diamond League) से बाहर हो गए हैं। उन्होंने यह फैसला पैर की एडिक्टर निगल (Adductor Niggle) समस्या के चलते लिया है।

नीरज चोपड़ा ने कहा है कि वह ट्रेनिंग और अपने ब्लॉकिंग पैर को मजबूत करने पर ध्यान दे रहे हैं। उन्होंने कहा, "जब मैं थ्रो करता हूं तो मुझे अपने ब्लॉकिंग पैर को मजबूत करने की जरूरत होती है। क्योंकि उस समय मेरी कमर खिंच जाती है। हम इस पर काम कर रहे हैं कि कमर पर पड़ने वाले दबाव को कैसे कंट्रोल कर सकते हैं। पेरिस खेलों के बाद इस संबंध में डॉक्टरों से सलाह लेनी है।"

उन्होंने कहा, "मेरी योजना अधिक प्रतियोगिताओं में भाग लेने की थी। मैं ऐसा कर भी सकता था, लेकिन मुझे एहसास हुआ है कि मेरा हेल्थ सबसे पहले है। भले ही मुझे थोड़ी सी भी असुविधा महसूस हो या ऐसा लगे कि मैंने ट्रेनिंग में खुद पर बहुत अधिक तनाव डाल लिया है तो थोड़ा रुकना सीख लिया है।"

नीरज चोपड़ा ने फिनलैंड में किया था 85.97 मीटर का थ्रो

नीरज चोपड़ा ने पिछले महीने फिनलैंड के टुर्कु में पावो नूरमी गेम्स में 85.97 मीटर का थ्रो किया था। वह टॉप पर रहे थे। उन्होंने कहा कि वह पिछले कुछ वर्षों में समझदार हो गए हैं। वह खुद को जोखिम में नहीं डालते। ओलंपिक गोल्ड मेडल जीतने से पहले वह ऐसा करते थे।

उन्होंने कहा, "उस समय अगर मुझे किसी प्रतियोगिता में भाग लेने का मौका मिलता तो मैं निश्चित रूप से भाग लेता। चाहे कुछ भी हो जाए। अब अधिक अनुभव के साथ मैं सही फैसले ले पा रहा हूं।"

नीरज चोपड़ा को क्या है परेशानी

गौरतलब है कि नीरज चोपड़ा को Adductor Niggle की परेशानी है। Adductor जांघ को कूल्हे से जोड़ने वाली मांसपेशियां हैं। नीरज चोपड़ा को इन मांसपेशियां में परेशानी है। भाला फेंकने वाले खिलाड़ी के लिए ये मांसपेशियां बेहद अहम होती हैं।

यह भी पढ़ें- भारतीय एथलीट्स के लिए डायनामिक और बोल्ड Logo किया गया लांच, देखिए नए लोगो का फर्स्ट लुक

भाला फेंकने के लिए खिलाड़ी तेजी से दौड़ता हुआ आता है और झटके से भाला फेंकता है। जिस दौरान खिलाड़ी भाला फेंकता है उसे ब्लॉक फेज कहते हैं। इस समय दौड़ने से पैदा होने वाली गति खिलाड़ी के कूल्हे में जाती है। यहां से यह उसके भाला फेंकने वाले हाथ में ट्रांसफर होती है।

यह भी पढ़ें- T20 World Cup 2024: ICC टीम ऑफ द टूर्नामेंट में 6 भारतीय खिलाड़ी शामिल, रोहित कप्तान, विराट को नहीं मिली जगह