बिहार चुनाव 2025 के मद्देनज़र मोकामा में प्रशासन ने सख्ती बढ़ा दी है। एक हत्याकांड के बाद वाहनों की जांच में आचार संहिता उल्लंघन पर 2 प्रचार वाहन जब्त किए गए। पूर्व विधायक अनंत सिंह व सूरजभान सिंह के नेटवर्क की भी जांच हो रही है।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनज़र मोकामा क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनाए रखने और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन की कार्रवाई तेज़ हो गई है। हाल ही में हुए दुलारचंद यादव हत्याकांड के बाद क्षेत्र में तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए, अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) बाढ़, आशीष कुमार, भा.प्र.से. के नेतृत्व में सोमवार को पंडारक एवं मोकामा क्षेत्र में दर्जनों वाहनों की औचक जांच की गई।
दुलारचंद यादव की हत्या के बाद प्रशासन ने मोकामा क्षेत्र में सख्ती बढ़ा दी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, मामले की जांच में कई संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। विशेष तौर पर पूर्व विधायक अनंत सिंह (JDU) और पूर्व सांसद सूरजभान सिंह के नेटवर्क से जुड़े पहलुओं की भी गहराई से जांच की जा रही है।
वीआईपी गाड़ियाँ भी रडार पर, दो प्रचार वाहन जब्त
जांच के दौरान, आदर्श आचार संहिता और मोटर वाहन अधिनियम के उल्लंघन के मामले सामने आए। एक राजनीतिक पार्टी के प्रचार वाहन से नंबर प्लेट गायब पाई गई, जो मोटर वाहन अधिनियम का उल्लंघन है। वहीं एक अन्य ई-रिक्शा पर बिना अनुमति लाउडस्पीकर के जरिए चुनाव प्रचार किया जा रहा था, जिसे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन माना गया। दोनों वाहनों को जब्त कर थाने में सुपुर्द कर दिया गया है तथा प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया गया है।
एसडीओ आशीष कुमार ने स्पष्ट निर्देश दिए कि SST (Static Surveillance Team) प्वाइंट पर तैनात दंडाधिकारी और पुलिस अधिकारी हर वाहन की जांच अनिवार्य रूप से करें, चाहे वह किसी वीआईपी का ही क्यों न हो। यह निर्देश दर्शाता है कि प्रशासन किसी भी तरह के राजनीतिक दबाव को बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है।
जेल से जांच की जा रही अनंत सिंह के 'तार'
बताया जा रहा है कि पूर्व विधायक और वर्तमान में जदयू प्रत्याशी अनंत सिंह पहले से ही जेल में बंद हैं, और इस हत्याकांड से जुड़े संभावित तारों की जांच जेल प्रशासन के सहयोग से की जा रही है। सूरजभान सिंह से जुड़े नेटवर्क को भी खंगाला जा रहा है, ताकि क्षेत्र में आपराधिक और राजनीतिक वर्चस्व की पुरानी लड़ाई को नियंत्रित किया जा सके। स्थानीय प्रशासन का कहना है कि क्षेत्र में शांतिपूर्ण, स्वच्छ और भयमुक्त वातावरण में मतदान संपन्न कराना प्राथमिकता है, और किसी भी तरह की अराजकता या चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
