बनमनखी विधानसभा चुनाव 2025: बनमनखी सीट पर बीजेपी का 20 साल का दबदबा जारी! कृष्ण कुमार ऋषि ने कांग्रेस के देव नारायण रजक को 45,296 वोटों से हराया। ऋषि को 1,22,494, रजक को 77,198 वोट मिले। SC आरक्षित यह सीट फिर एक बार बीजेपी के नाम। 

Banmankhi Assembly Election 2025: बनमनखी विधानसभा सीट (Banmankhi Assembly Seat) पर बीजेपी का दबदबा इस बार भी कायम रहा है। यहां से भाजपा विधायक कृष्ण कुमार ऋषि ने अपनी जीत बरकरार रखते हुए अपने विरोधी कांग्रेस प्रत्याशी देव नारायण रजक को 45296 वोटों के अंतर से हराया। कृष्ण कुमार को 122494 तो देव नारायण रजक को 77198 वोट मिले। तीसरे स्थान पर रहे मनोज कुमार रिषी को महज 6676 वोटों से संतोष करना पड़ा। यह सीट पूर्णिया जिले में आती है और एससी (SC Reserved) श्रेणी की है। यहां पिछले दो दशकों से बीजेपी (BJP) का दबदबा रहा है। वर्तमान विधायक कृष्ण कुमार ऋषि (Krishna Kumar Rishi) लगातार 2005 से जीतते आ रहे हैं।

बनमनखी विधानसभा चुनाव 2020 नतीजे

 2020 के चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार कृष्ण कुमार ऋषि ने राजद (RJD) के उपेंद्र शर्मा को कड़ी टक्कर में हराया।

  •  कृष्ण कुमार ऋषि (BJP)- 93,594 वोट
  •  उपेंद्र शर्मा (RJD)- 65,851 वोट
  •  जीत का अंतर - 27,743 वोट

नोट: यह जीत बीजेपी के लिए बड़ी उपलब्धि रही क्योंकि विपक्ष ने पूरा दम लगाया था, लेकिन जनता ने फिर बीजेपी को ही चुना।

नोट: बीजेपी नेता कृष्ण कुमार रिषी लगातार तीन बार से बीजेपी से जीत का परचम लहरा रहे हैं। 12वीं पास कृष्ण कुमार पर कुल दो आपराधिक केस दर्ज हैं। उनके पास 2.34 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति है और 21 लाख रुपए का कर्जा भी है।

बनमनखी विधानसभा चुनाव 2015 नतीजे

  •  2015 का मुकाबला बेहद करीबी रहा।
  •  कृष्ण कुमार ऋषि (BJP)- 59,053 वोट
  •  संजीव कुमार पासवान (RJD) - 58,345 वोट
  •  जीत का अंतर - सिर्फ 708 वोट

नोट: यह चुनाव इस सीट की सबसे रोमांचक लड़ाइयों में से एक माना गया।

बनमनखी विधानसभा चुनाव 2010 नतीजे

  •  2010 में बीजेपी ने यहां बड़ी जीत दर्ज की थी।
  •  कृष्ण कुमार ऋषि (BJP)- 67,950 वोट
  •  धरमलाल ऋषि (RJD) - 23,060 वोट
  •  जीत का अंतर- 44,890 वोट

नोट: इस चुनाव से ही कृष्ण कुमार ऋषि की पकड़ मजबूत होती गई और वे बीजेपी के मजबूत चेहरे बन गए।

बनमनखी विधानसभा सीट का राजनीतिक इतिहास

  • 2000 से पहले यहां कांग्रेस (INC) का दबदबा रहा।
  • 1985 तक कांग्रेस कई बार जीत चुकी थी।
  • 1990 के दशक में जनता दल और फिर बीजेपी का ग्राफ बढ़ा।
  • 2005 से अब तक लगातार कृष्ण कुमार ऋषि ही यहां जीत रहे हैं।