JDU के पन्ना लाल सिंह पटेल ने बेलदौर सीट पर 2010, 2015 और 2020 में लगातार जीत दर्ज की है। उन्होंने कांग्रेस और LJP उम्मीदवारों को हराया। इस क्षेत्र में जातीय समीकरण अहम हैं और 2025 में भी उन्होंने जीत हासिल की।

Beldour Assembly Election 2025: खगड़िया जिले की बेलदौर विधानसभा सीट JDU ने 1 लाख से अधिक वोट लाकर जीत हासिल कर ली है। पन्ना लाल सिंह पटेल ने कॉग्रेस को बुरी तरह मात देकर जीत हासिल कर ली है।

2020 का चुनावी समीकरण (Beldour Vidhan Sabha Result 2020)

पिछले चुनाव में जदयू (JD(U)) प्रत्याशी पन्ना लाल सिंह पटेल ने कांग्रेस (Congress) के चंदन कुमार उर्फ डॉ. चंदन यादव को 5,108 वोटों के अंतर से हराया था। जदयू को 56,541 वोट मिले जबकि कांग्रेस प्रत्याशी को 51,433 वोट हासिल हुए। लोजपा (LJP) के मिथिलेश कुमार निषाद तीसरे स्थान पर रहे, जिन्हें 31,229 वोट मिले। वहीं बसपा (BSP) के सुशांत यादव को 3,547 वोट मिले।

2015 में जदयू बनाम लोजपा (Beldour Election 2015)

2015 के विधानसभा चुनाव में जदयू के पन्ना लाल पटेल ने लोजपा के मिथिलेश कुमार निषाद को 13,525 वोटों से हराया। इस बार पन्ना लाल को 63,216 वोट मिले, जबकि लोजपा प्रत्याशी को 49,691 वोट मिले।

2010 की जंग (Beldour Election 2010)

2010 में भी जदयू और लोजपा के बीच कड़ा मुकाबला हुआ था। जदयू प्रत्याशी पन्ना लाल पटेल ने 45,990 वोटों के साथ जीत दर्ज की। लोजपा प्रत्याशी सुनिता शर्मा को 30,252 वोट मिले, जबकि कांग्रेस की उमा देवी 14,655 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहीं।

बेलदौर में जातीय समीकरण (Beldour Assembly Caste Equation)

बेलदौर विधानसभा का चुनाव जातीय समीकरण पर काफी हद तक निर्भर करता है। कोयरी-कुर्मी जाति यहां निर्णायक मानी जाती है, जबकि निषाद समाज भी बड़ी भूमिका निभाता है। यही कारण है कि जदयू और लोजपा दोनों यहां बार-बार मजबूत उम्मीदवार उतारते हैं।

2025 में मुकाबला (Beldour Assembly Election 2025)

इस बार 2025 का चुनाव बेहद रहस्यमयी (Mysterious) माना जा रहा है। एनडीए (NDA) के भीतर सीट शेयरिंग और उम्मीदवार चयन पर सबकी नजर है। क्या पन्ना लाल सिंह पटेल एक बार फिर जीत की चौका लगाएंगे या कांग्रेस-लोजपा मिलकर उन्हें कड़ी टक्कर देंगे, यह देखना दिलचस्प होगा।