सार
तेजस्वी यादव ने कहा कि विशेषज्ञों द्वारा कई स्ट्रक्चरल खामियों की ओर इशारा किया गया था। हालांकि, कई खामियों को दुरुस्त करते हुए हमने कई हिस्सों को हटा दिया था। उन्होंने कहा कि यह घटना हमारी सबसे खराब आशंकाओं की पुष्टि करती है।
Bhagalpur Bridge collapse: बिहार के भागलपुर में एक निर्माणाधीन पुल रविवार की शाम को ताश के पत्तों की तरह भरभराकर गंगा नदी में समा गया। इस हादसे में एक सुरक्षा गार्ड लापता हो गया है। गंगा नदी में उसे खोजने के लिए रेस्क्यू टीम लगी हैं। उधर, इस हादसे के बारे में बिहार सरकार ने बताया कि स्ट्रक्चर में गंभीर दोष थे और कुछ हिस्सों को योजनाबद्ध तरीके से जानबूझकर नष्ट किया जा रहा था।
उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि यह याद किया जा सकता है कि इस पुल का एक हिस्सा पिछले साल 30 अप्रैल को ढह गया था। इसके बाद हमने इस पुल के बारे में रिसर्च के लिए आईआईटी-रुड़की से संपर्क किया था। इनका कंस्ट्रक्शन में विशेषज्ञता हासिल है। इस टीम ने रिपोर्ट किया था कि इसके स्ट्रक्चर में गंभीर दोष थे।
तेजस्वी यादव ने कहा कि विशेषज्ञों द्वारा कई स्ट्रक्चरल खामियों की ओर इशारा किया गया था। हालांकि, कई खामियों को दुरुस्त करते हुए हमने कई हिस्सों को हटा दिया था। उन्होंने कहा कि यह घटना हमारी सबसे खराब आशंकाओं की पुष्टि करती है। इस मामले में जांच होगी और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
एक गार्ड लापता...
गंगा नदी में पुल के गिरने के बाद से यहां काम करने वाला एक गार्ड लापता है। रेस्क्यू टीम के लोग उसकी तलाश में जुटे हुए हैं। बिहार के परबत्ता सीओ चंदन कुमार ने बताया कि पुल गिरने के बाद एसपी सिंगला कंपनी में गार्ड के रूप में काम करने वाला एक व्यक्ति लापता बताया जा रहा है। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें नदी में उसको तलाश रही हैं।
चार साल से बन रहा पुल
भागलपुर में गंगा नदी पर निर्माणाधीन पुल चार साल से बन रहा है। चार साल पहले सीएम नीतीश कुमार ने इसका शिलान्यास किया था। इस पुल के निर्माण के बाद कई जिलों का आवागमन आसान हो जाता। करीब 1717 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे इस पुल पर भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं। रविवार को इस पुल का हिस्सा जिस तरह गंगा में समाहित हुआ, उससे विपक्ष को सरकार को घेरने का मौका भी मिल गया है।
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