नेपाल में सोशल मीडिया बैन के खिलाफ हिंसक आंदोलन के चलते बिहार के सात सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा चौकसी बढ़ा दी गई है। एसएसबी जवान हर गतिविधि पर नजर रखे हुए हैं, बॉर्डर सील कर दिए गए हैं और कड़ी जांच चल रही है।
पटनाः बिहार के सात सीमावर्ती जिलों में इन दिनों माहौल खासा सख्त है। वजह है नेपाल में सोशल मीडिया बैन के खिलाफ उठे हिंसक आंदोलनों की आंच। सुरक्षा एजेंसियों ने पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, अररिया, सुपौल और किशनगंज में चप्पे-चप्पे पर निगरानी तेज कर दी है। एसएसबी जवान हर मूवमेंट पर पैनी नजर रखे हुए हैं, सभी बॉर्डर सील कर दिए गए हैं और आने-जाने वालों की कड़ी जांच चल रही है।
बॉर्डर पर चौकसी और सतर्कता
ताजा हालात को देखते हुए एसएसबी के अफसरों और पुलिस को बॉर्डर इलाकों में एक्शन मोड पर रखा गया है। हर व्यक्ति और उसके सामान की सघन तलाशी ली जा रही है। स्थानीय प्रशासन बॉर्डर पार कर रहे लोगों पर लगातार नजर रखे हुए है। अररिया के एसपी ने सभी थानों और आउट पोस्ट को भी निर्देशित किया है कि कोई अप्रिय घटना न होने पाए, इसके लिए हम पूरी तरह तैयार रहें।
नेपाल की अंदरूनी उथल-पुथल का सीधा असर
नेपाल सरकार के 26 बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर बैन लगाने के बाद वहाँ युवाओं ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। काठमांडू व अन्य शहरों में विरोध प्रदर्शन, पथराव, हिंसक झड़पें और कर्फ्यू जैसे हालात हैं। इंटरनेट और संचार सेवा रुक जाने से बिहार के सीमावर्ती लोगों का अपनों से संपर्क भी टूट गया है। नेपाल-बॉर्डर के जोगबनी, विराटनगर सरीखे इलाकों में भी प्रदर्शन देखे गए।
सीमाओं पर शांति, अलर्ट जारी
हालांकि बिहार सीमा क्षेत्र में माहौल सामान्य है लेकिन अलर्ट हटाया नहीं गया है। सीमा पर अलग-अलग बटालियन के जवान स्थानीय प्रशासन के साथ चौकसी बनाए हैं। जवानों को किसी भी स्थिति से निपटने को पूरी तरह सतर्क रखा गया है।
