सार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सदी के महानायक अमिताभ बच्चन बीए की परीक्षा देंगे। यह शर्मनाक लापरवाही बिहार के ललित नारायण मिथिला (LNM) यूनिवर्सिटी की है। जिसके गणेश दत्त महाविद्यालय ने एडमिट कार्ड जारी किया है।
बेगूसराय (बिहार). प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सदी के महानायक अमिताभ बच्चन और कई नामचीन हस्तियां बिहार में बीए की परीक्षा देंगे। इन सेलिब्रिटी के एडमिट कार्ड तक जारी हो गए हैं। दरअसल, यह अजब-गजब मामला 'ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी' से सामने आया है। जिसने अपने बीए की परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड जारी कर दिए हैं। इसी दौरान विश्वविद्यालय परीक्षा ईकाई के अधिकारियों ने इतनी लापरवाही कर दी कि उन्होंने छात्रों के प्रवेश प्रत्र में मोदी और अमिताभ बच्चन जैसी हस्तियों के नाम लिख दिए।
एलएनएम यूनिवर्सिटी के गणेश दत्त कॉलेज का है मामला
दरअसल, यह शर्मनाक मामला एलएनएम विश्वविद्यालय से संबंध रखने वाले गणेश दत्त महाविद्यालय का है। जहां एक्जाम कराने वाले अधिकारियों ने यह करतूत की है। लेकिन कॉलेज की इस गलती से अब दर्जनों छात्र परेशान हैं, उनका कहना है कि ऐसा नहीं कि वह परीक्षा देने से ही वंचित रह जाएं। क्योंकि उनके जारी हुए एडमिट कार्ड पर पीएम मोदी, अमिताभ बच्चन जैसी हस्तियों की फोटोज लगी हुई हैं।
ऐसे सामने आया यह पूरा मामला
बता दें कि चौंकाने वाला यह मामला उस वक्त सामने आया है जब छात्र अपनी बीए की परीक्षा का एडमिट कार्ड कॉलेज लेने के लिए पहुंचे थे। जैसे ही कुछ स्टूडेंट्स ने अपना एडिमट कार्ड देखा तो वह शॉक्ड हो गए। क्योंकि किसी के एडमिट कार्ड पर पीएम मोदी तो किसी के अमिताभ बच्चन या अन्य सेलिब्रिटी की तस्वीर लगी हुई थी। गुस्साए छात्र कॉलेज के प्रशासन के पास पहुंचे और पूरा माजरा बताया। लेकिन किसी ने इसे सीरियस नहीं लिया।
छात्रों ने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ किया आंदोलन
बीए की परीक्षा को तीन से चार दिन का वक्त बचा हुआ था, ऐसे में छात्र परेशान हो गए कि वह इस साल परीक्षा नहीं दे पाएंगे। एक दिन बाद इन छात्रों ने इस मामले को लेकर महाविद्यालय प्रशासन के विरोध में आंदोलन भी किया और महाविद्यालय के कर्मचारियों पर गड़बड़ियां और लापरवाही करने का आरोप लगाया। छात्रों ने कहा कि यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी ऐसी लापरवाही की गई हैं। जब छात्रों के एडमिट कार्ड पर हीरो-हीरोइन की फोटोज लगा दी जाती है। हालांकि कॉलेज प्रशासन का कहना है कि यह लिपिकीय दोष है और इस समस्या का निराकरण किया जा रहा है। कोई भी छात्र परीक्षा देने से वंचित नहीं रहेगा।