Bihar elections 2025: राहुल गांधी ने सासाराम से 'मठ अधिकार यात्रा' की शुरुआत की और भाजपा पर मतदाता सूची में हेराफेरी का आरोप लगाया। उन्होंने जातिगत जनगणना और आरक्षण की सीमा तोड़ने की बात कही। लालू यादव ने भाजपा को हटाने का आह्वान किया।
Rahul Gandhi Voter Rights Yatra: बिहार में मतदाता सूची संशोधन के खिलाफ राहुल गांधी की 'मताधिकार यात्रा' सासाराम से शुरू हुई। इस दौरान सासाराम के सुअरा मैदान में उमड़ी भारी भीड़ ने पूरे मैदान को चुनावी मंच में बदल दिया। भीड़ बार-बार "वोट चोर, गद्दी छोड़ो" और "लोकतंत्र बचाओ" के नारे लगा रही थी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लालू प्रसाद यादव को गले लगाया। वहीं साथ में तेजस्वी भी मौजूद रहें, सभी का जोरदार स्वागत हुआ। लालू यादव ने अपने अंदाज में विपक्ष को घेरा, वहीं तेजस्वी ने भी जोरदार भाषण दिया। आइए जानते हैं किसने क्या कहा।
राहुल गांधी ने आगे कहा
जब हमने जांच की, तो पता चला कि चुनाव आयोग ने जादुई तरीके से महाराष्ट्र में एक करोड़ नए मतदाता बना दिए। यानी लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बीच 1 करोड़ नए मतदाता जुड़े और जहां भी ये नए मतदाता आए, वहां भाजपा गठबंधन जीत गया। हमने एक भी वोट नहीं गंवाया। हमारे गठबंधन को विधानसभा में उतने ही वोट मिले जितने लोकसभा में मिले थे। वहीं, भाजपा को नए मतदाताओं के वोट मिले।" 1 लाख से ज़्यादा वोट चोरी हुए। हमने शिकायत की और चुनाव आयोग से वीडियोग्राफी मांगी, लेकिन उन्होंने कोई मदद नहीं की। फिर हमने खुद जांच शुरू की। हमने कर्नाटक की एक लोकसभा सीट के एक विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची की जांच की और पाया कि वहां 1 लाख से ज़्यादा वोट चोरी हुए थे। इन्हीं वोटों की बदौलत भाजपा ने कर्नाटक में एक लोकसभा सीट जीती।
'आरक्षण में 50% की दीवार तोड़नी होगी'
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जनसभा में कहा कि हमने संसद में कहा था कि हमें देश में जाति जनगणना करवानी है, साथ ही आरक्षण में 50% की दीवार भी तोड़नी है। भाजपा और नरेंद्र मोदी दबाव में आकर कह रहे थे कि वे जाति जनगणना करेंगे, लेकिन मुझे पता है कि वे सही जाति जनगणना नहीं करेंगे। कांग्रेस पार्टी और भारत गठबंधन जाति जनगणना करवाएँगे और आरक्षण में 50% की दीवार तोड़ेंगे।
'हमसे हलफनामा मांगा गया'
राहुल गांधी ने कहा कि जब हमने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह बात कही, तो चुनाव आयोग ने हमसे हलफनामा मांगा। भाजपा वालों से हलफनामा नहीं मांगा जाता। यह उनका (चुनाव आयोग का) डेटा है, उनके आंकड़े हैं, लेकिन वे मुझसे हलफनामा मांग रहे हैं। हमने उनसे सीसीटीवी फुटेज मांगी, लेकिन उन्होंने मना कर दिया।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा
प्रधानमंत्री ने लाल किले से कहा कि आरएसएस 100 साल से देश की सेवा कर रहा है। अरे, ये आरएसएस वाले देश की आज़ादी के खिलाफ थे। यहां अंधे-बहरे की सरकार है क्योंकि कोई किसी की सुनता ही नहीं। गूंगे लोकतंत्र में कोई कुछ नहीं बोलेगा, अत्याचार होंगे पर कोई मुंह नहीं खोलेगा। वे किसी रक्षक के आने का इंतज़ार करेंगे जो उन्हें अत्याचारों से मुक्ति दिलाए। आज राहुल गांधी आपके रक्षक बनकर आए हैं, तेजस्वी उनका साथ दे रहे हैं।
लालू प्रसाद ने कहा
वोट अधिकार यात्रा के अवसर पर राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने कहा कि चोरों को हटाओ, भाजपा को भगाओ और हमें जिताओ। भाजपा को किसी भी कीमत पर सत्ता में मत आने दो। राहुल गांधी, तेजस्वी यादव, मल्लिकार्जुन खड़गे और आप सभी एकजुट हो जाओ, उन्हें उखाड़ फेंको, लोकतंत्र बचाओ।
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तेजस्वी ने कहा
यह आपके वोट की साधारण चोरी नहीं, बल्कि सीधी डकैती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहारियों को ठगना चाहते हैं। लेकिन यह बिहार है, जहां खैनी में चूना घिसा जाता है। बिहारी गरीब ज़रूर हैं, लेकिन यहां का बच्चा-बच्चा तीखा मिर्च-मसालेदार काम करता है। हम किसी भी कीमत पर बेईमानी नहीं होने देंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी घेरा और उन पर योजनाओं की नकल करने का आरोप लगाया। कहा कि हमने पेंशन में 1500 रुपये बढ़ाने की घोषणा की, सरकार ने उसे 1100 रुपये बढ़ा दिया। जब हमने डोमिसाइल, मुफ़्त बिजली और मुफ़्त परीक्षा फ़ॉर्म की बात की, तो नीतीश सरकार ने हमारी घोषणाओं की चोरी कर ली। यह सरकार लोगों के सपनों की भी नकल करती है।
तेजस्वी यादव ने अपने भाषण में कांग्रेस नेतृत्व का विशेष सम्मान किया। उन्होंने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे हमारे अभिभावक हैं और राहुल गांधी मेरे बड़े भाई। राहुल गांधी ने मोदी सरकार का जीना मुश्किल कर दिया है। यह यात्रा लोगों के मताधिकार की रक्षा के लिए है। मैं राहुल जी और महागठबंधन के सभी नेताओं को बिहार की आवाज़ बनने के लिए धन्यवाद देता हूं।
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महागठबंधन इस यात्रा को सिर्फ़ एक चुनावी कार्यक्रम नहीं, बल्कि संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए एक आंदोलन के रूप में पेश करने की कोशिश कर रहा है। तेजस्वी और राहुल की जोड़ी जनता को यह संदेश देने की कोशिश कर रही है कि मतदाता सूची में कथित गड़बड़ियां सिर्फ़ तकनीकी खामियां नहीं, बल्कि लोकतंत्र पर सीधा हमला हैं। बहरहाल, तेजस्वी यादव के आक्रामक तेवर और राहुल गांधी की मौजूदगी ने इस यात्रा को बिहार के चुनावी परिदृश्य में चर्चा का बड़ा विषय बना दिया है। अब देखना यह है कि यह जोड़ी महागठबंधन को जनसमर्थन में बदलने में कामयाब होती है या नहीं।
