बिहार चुनाव 2025 के लिए पटना में व्यापक तैयारी है। पहली बार महिला कंट्रोल रूम व 541 महिला बूथ बनाए गए हैं। 7 विदेशी एंबेसडर मतदान देखेंगे और 12.27 करोड़ की जब्ती के साथ सुरक्षा कड़ी है।
पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के मतदान को लेकर पटना जिला प्रशासन ने सुरक्षा, सुविधा और पारदर्शिता की पूरी तैयारी कर ली है। इस बार कई नए प्रयोग और विशेष प्रबंध देखने को मिलेंगे। सबसे खास बात यह है कि पहली बार कंट्रोल रूम में पूरी तरह महिलाओं की तैनाती की गई है, जो चुनाव के संचालन और मॉनिटरिंग का जिम्मा संभालेंगी।
541 महिला मतदान केंद्र तैयार
महिला सशक्तिकरण को केंद्र में रखते हुए इस बार पटना में 541 महिला मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इन बूथों पर मतदान कर्मियों से लेकर सुरक्षा बल तक, सभी में महिलाएं ही तैनात होंगी। इस तरह लगभग 10 प्रतिशत मतदान केंद्रों का संचालन महिलाओं के हाथों में होगा। इसके अलावा 14 विशेष मतदान केंद्र ऐसे होंगे, जिन्हें दिव्यांगजन संचालित करेंगे। जिला प्रशासन के अनुसार, यह पहल “समावेशी लोकतंत्र” की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
7 विदेशी एंबेसडर भी देखेंगे बिहार की लोकतांत्रिक ताकत
पहले चरण के मतदान के दिन, बिहार की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को विदेशी प्रतिनिधि भी नज़दीक से देखेंगे। कुल 7 विदेशी एंबेसडर पटना के विभिन्न मतदान केंद्रों पर जाकर मतदान व्यवस्था और मतदाताओं की भागीदारी का अवलोकन करेंगे। प्रशासन के अनुसार, यह बिहार की पारदर्शी और आधुनिक चुनावी प्रणाली का प्रमाण होगा।
पर्यटन और संस्कृति की झलक भी दिखेगी मतदान केंद्रों पर
इस बार चुनाव सिर्फ लोकतंत्र का उत्सव नहीं, बल्कि संस्कृति का उत्सव भी होगा। शहर के कई मतदान केंद्रों को बिहार की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक थीम पर सजाया गया है। पर्यटन विभाग की मदद से इन बूथों पर मधुबनी पेंटिंग, मिथिला कला और लोकसंस्कृति की झलक देखने को मिलेगी।
अब तक 12.27 करोड़ की जब्ती, सख्त निगरानी जारी
चुनावी आचार संहिता के तहत अब तक पटना जिले में 12.27 करोड़ रुपये की नकदी और कीमती धातुओं की जब्ती की गई है। प्रशासन के मुताबिक, किसी भी तरह के मतदाताओं को प्रभावित करने के प्रयासों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। मतदान सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक होगा। कुल 5665 मतदान केंद्रों में से 2099 केंद्रों को ‘क्रिटिकल’ श्रेणी में रखा गया है, जहाँ सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया है।
मोकामा और बाढ़ में विशेष निगरानी, CAPF की लगातार गश्त
मोकामा और बाढ़ जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में वरीय अधिकारियों की विशेष प्रतिनियुक्ति की गई है। वहीं, टाल इलाके में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) की गश्त लगातार जारी है। डीएम ने स्पष्ट कहा कि कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। प्रशासन हर बूथ, हर इलाके पर सतर्क निगरानी रखेगा। अब तक आचार संहिता उल्लंघन के 26 मामले दर्ज किए जा चुके हैं, जिनमें से दो मामले मोकामा क्षेत्र से संबंधित हैं।
डीएम की अपील: निर्भीक होकर करें मतदान
जिला निर्वाचन अधिकारी ने मतदाताओं से अपील की है कि वे निर्भीक होकर अपने मताधिकार का प्रयोग करें। उन्होंने कहा कि सुरक्षा को लेकर किसी तरह की चिंता की ज़रूरत नहीं है। हर मतदाता सुरक्षित है, हर वोट की रक्षा प्रशासन करेगा।
