Patna to Saran ferry service: बिहार में पटना से सारण तक गंगा नदी पर जल्द ही जलयान सेवा शुरू होने जा रही है। इस सेवा का उद्देश्य मानसून के दौरान पंटून पुल बंद होने पर आम नागरिकों, किसानों और व्यापारियों को वैकल्पिक परिवहन सुविधा प्रदान करना है।

Bihar News: पटना शहर में गंगा नदी पर नासरीगंज से सारण के पानापुर घाट तक जलयान सेवा जल्द ही शुरू होने जा रही है। इस सेवा का उद्देश्य आम नागरिकों, किसानों और छोटे व्यापारियों को बेहतर परिवहन सुविधा प्रदान करना है। इसके तहत, दानापुर के नासरीगंज घाट पर आधुनिक तकनीक से लैस एमपी गंगा वन नामक एक विशेष जहाज का सफल परीक्षण किया गया। इस जहाज पर एक साथ 250 यात्री और 25 छोटे-बड़े वाहन सवार हो सकते हैं। परीक्षण के दौरान भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के निदेशक अरविंद कुमार और अन्य अधिकारियों ने गंगा पार यात्रा की और सेवा की विश्वसनीयता का परीक्षण किया।

कब से कब तक दी जाएगी जलयान सेवा

दरअसल, मानसून के दौरान गंगा का जलस्तर बढ़ने पर सुरक्षा कारणों से पंटून पुल खोल दिए जाते हैं, जिससे आम लोगों को आने-जाने में परेशानी होती है। इसी समस्या के समाधान के तौर पर यह जलयान सेवा जून से सितंबर-अक्टूबर तक जारी रहेगी। आईडब्ल्यूएआई ने इस जहाज के संचालन के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा है। इसके तहत मानव संसाधन और ईंधन की व्यवस्था IWAI द्वारा निःशुल्क की जाएगी।

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बाद इन घाटों पर भी चलेगी जहाज

दूरी की बात करें तो, जहाज को गंगा का लगभग ढाई किलोमीटर का सफर पार करने में सिर्फ़ 40 मिनट लगे, जबकि वापसी का सफ़र सिर्फ़ 10 मिनट में पूरा हो गया। आने वाले दिनों में गंगा के चार अन्य घाटों, बिदुपुर-महनार के चकौसन घाट, कच्ची दरगाह के दो घाटों और भविष्य में फतुहा के ग्यासपुर स्थित काला दियारा और सारण के कालू घाट पर यह सेवा शुरू की जाएगी। गंगा में विकसित जलमार्ग संख्या-1 पर अब यात्री और मालवाहक जहाजों का परिचालन बढ़ रहा है। पहले, पंटून पुलों की वजह से जहाजों को गंगा पार करने में एक से दो दिन लग जाते थे, लेकिन अब विशेष पंटूनों की मदद से यह काम सिर्फ़ आधे घंटे में संभव हो गया है।

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