बिहपुर विधानसभा चुनाव 2025: भागलपुर ज़िले की राजनीति में बिहपुर विधानसभा हमेशा से एक अहम सीट रही है। 2025 में शैलेंद्र कुमार ने जीत हासिल की। ​​जीत का अंतर 300,325 रहा।

Bihpur Assembly Election 2025: बिहपुर विधानसभा, भागलपुर जिले की राजनीति में हमेशा से ही अहम रही है। साल 2025 में शैलेंद्र कुमार की हुई जीत। 300325 रहा जीत का अंतर। 2020 के चुनाव में भाजपा के कुमार शैलेंद्र ने राजद के शैलेश कुमार उर्फ बुलो मंडल को 72,938 वोटों के साथ हराया था। वहीं, शैलेश कुमार को 66,809 वोट मिले थे। इस जीत का अंतर लगभग 6,129 वोट का रहा।

क्या कहते हैं 2020 के चुनावी रिजल्ट?

बिहपुर विधानसभा 2020 का चुनावी मैदान काफी रोमांचक रहा। भाजपा के कुमार शैलेंद्र और RJD के शैलेश कुमार यानी बुलो मंडल के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली। इस बार कुमार शैलेंद्र ने 72,938 वोटों के साथ जीत दर्ज की, जबकि शैलेश कुमार को 66,809 वोट ही मिले। यानी दोनों के बीच वोट अंतर 6,129 का रहा। इसके अलावा चुनाव में BSP के मो. हैदर अली को 3,553 वोट मिले, जबकि स्वतंत्र उम्मीदवार मो. सनवर को 1,364 वोट ही मिल सके। SP(I) के गौतम कुमार प्रीतम को 1,075 वोट मिले और महेंद्र सिंह पर्चाधारी को 781 वोट। अन्य छोटे उम्मीदवारों जैसे अजमेरी खातून, निधि भूषण को क्रमशः 531 और 522 वोट ही मिले। इस तरह कुल 2 लाख 80 हजार से अधिक मतदाताओं में से लगभग 58 प्रतिशत लोगों ने अपना वोट डाला, जिससे यह सीट फिर से राजनीतिक चर्चा का केंद्र बन गई। इस चुनाव ने दिखा दिया कि भाजपा ने बिहपुर में अपनी पकड़ बनाए रखी और RJD को इस बार पीछे धकेल दिया। कुल मिलाकर, बिहपुर विधानसभा 2020 का चुनाव कुमार शैलेंद्र की जीत और बुलो मंडल की हार के साथ समाप्त हुआ, जिससे भाजपा ने भागलपुर में अपने प्रभाव को बरकरार रखा।

2015 का बिहपुर विधानसभा चुनाव: राजद की जीत

2015 में राजद की उम्मीदवार वर्षा रानी ने भाजपा के कुमार शैलेंद्र को हराया था। वर्षा रानी को 68,963 वोट मिले जबकि शैलेंद्र को 56,247 वोट मिले। हार का अंतर लगभग 12,716 वोट का था। इस दौरान यह सीट महागठबंधन के सहयोग से राजद के खाते में गई।

2010 का बिहपुर विधानसभा चुनाव: भाजपा की जीत

2010 में भाजपा प्रत्याशी कुमार शैलेंद्र ने राजद के शैलेश कुमार उर्फ बुलो मंडल को सिर्फ 465 वोटों के अंतर से हराया था। शैलेंद्र को 48,027 वोट मिले और बुलो मंडल को 47,562 वोट। इस जीत ने भाजपा को इस क्षेत्र में मजबूत foothold दिलाया।

बिहपुर विधानसभा का राजनीतिक इतिहास

1990 से पहले कांग्रेस और CPI का दबदबा रहा, वहीं जनसंघ ने भी एक बार जीत हासिल की। 2000 से 2020 तक राजद और भाजपा के बीच कड़ी टक्कर रही। खास बात यह है कि वर्ष 2015 में बुलो मंडल की पत्नी वर्षा रानी ने चुनाव जीतकर राजद का झंडा गाड़ा। 2020 में भाजपा ने कुमार शैलेंद्र को फिर से मैदान में उतारा और उन्होंने जीत दर्ज की।

सामाजिक समीकरण और वोटिंग पैटर्न

बिहपुर विधानसभा एक भूमिहार बाहुल्य क्षेत्र है। यहाँ यादव और मुस्लिम मतदाता भी निर्णायक भूमिका निभाते हैं। कुल मतदाता संख्या लगभग 2,80,000 है, जिसमें पुरुष मतदाता 1,40,000 और महिला मतदाता 1,39,000 हैं। पिछली बार लगभग 58% मतदान हुआ था।

आगामी चुनाव 2025: कौन बनेगा प्रत्याशी?

लोकसभा चुनाव 2024 के ठीक पहले बुलो मंडल ने राजद छोड़कर जदयू का दामन थामा। अब देखना यह है कि राजद किसे इस सीट से उम्मीदवार बनाएगा और क्या भाजपा अपनी पकड़ मजबूत कर पाएगी।