बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में प्रचार के लिए हेलीकॉप्टरों का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल होगा। NDA और महागठबंधन दोनों ने हवाई अभियान की तैयारी कर ली है। भाजपा ने 6, जदयू ने 3 और राजद ने 2 हेलीकॉप्टर किराए पर लिए हैं।

पटनाः 2025 का बिहार विधानसभा चुनाव अब ज़मीन पर नहीं, बल्कि हवा में भी लड़ा जाएगा। इस बार हवा हेलीकॉप्टरों की गर्जना से गूंजेगी। एनडीए और महागठबंधन, दोनों ने प्रचार अभियान को तेज़ करने के लिए हेलीकॉप्टरों के बेड़े तैयार कर लिए हैं। आंकड़े बताते हैं कि भाजपा ने छह हेलीकॉप्टर, जदयू ने तीन और राजद ने दो हेलीकॉप्टर किराए पर लिए हैं, जो नेताओं को एक मंच से दूसरे मंच और एक बैठक से दूसरी बैठक तक मिनट-दर-मिनट उड़ान भरवाएँगे।

आसमान में भाजपा की 'हवाई वर्चस्व' योजना

भाजपा ने इस चुनाव में अपने प्रचार के लिए पहले ही सबसे बड़ा हवाई नेटवर्क तैयार कर लिया है। पार्टी ने 6 अत्याधुनिक हेलीकॉप्टर बुक किए हैं—जिनका इस्तेमाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, जेपी नड्डा और कई केंद्रीय मंत्रियों की सभाओं के लिए किया जाएगा।

भाजपा के रणनीतिकारों का कहना है कि इस बार उनका ध्यान "कम समय में ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक पहुँचने" पर है। राज्य के हर कोने—सीवान, मुंगेर, भागलपुर, दरभंगा और सासाराम—में मोदी-शाह की रैलियों की तैयारियाँ ज़ोरों पर हैं। प्रत्येक हेलीकॉप्टर रोज़ाना चार से पाँच सभाएँ करेगा। पार्टी सूत्रों का कहना है कि एयर चार्टर कंपनियों को एक हफ़्ते पहले ही अग्रिम भुगतान कर दिया गया है।

जदयू का तीन हेलीकॉप्टरों वाला 'सुशासन शो'

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 10 अक्टूबर से अपना चुनाव प्रचार शुरू करेंगे। जदयू ने उनके लिए तीन हेलीकॉप्टर किराए पर लिए हैं—एक नीतीश के लिए, दो जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और संजय झा के लिए, और तीसरा पार्टी के मीडिया अभियान के लिए। ये हेलीकॉप्टर रोज़ाना चार ज़िलों में उड़ान भरेंगे। पार्टी सूत्रों का कहना है कि नीतीश इस चुनाव में हवाई मार्ग से "विकास और स्थिरता" का संदेश फैलाएँगे।

2 हेलीकॉप्टरों के साथ राजद का 'जनसंपर्क मिशन'

इस बीच, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने दो हेलीकॉप्टर किराए पर लिए हैं। पार्टी चाहती है कि तेजस्वी की रैलियाँ ग्रामीण इलाकों में हों, खासकर उन इलाकों में जहाँ 2020 में महागठबंधन को सीटें गंवानी पड़ी थीं। राजद के मीडिया प्रकोष्ठ से जुड़े एक वरिष्ठ नेता के अनुसार, "तेजस्वी यादव रोज़ाना तीन से चार ज़िलों में रैलियाँ करेंगे। हवा में उनका नारा वही रहेगा—'बिहार बदलेगा, रोज़गार लाएगा।'"

राजनीतिक सरगर्मी बढ़ी

अब जब हर बड़ी पार्टी के नेता हेलीकॉप्टर से यात्रा कर रहे हैं, तो चुनावी माहौल पहले से कहीं ज़्यादा गरमा गया है। चार्टर कंपनियों के अनुसार, पटना हवाई अड्डे पर हर दिन 20 से ज़्यादा हेलीकॉप्टरों की आवाजाही होगी। प्रशासन ने इस दौरान सुरक्षा और हवाई यातायात प्रबंधन के लिए एक विशेष टीम बनाई है।

चार्टर कंपनियों का दिन खूब गुलज़ार

पटना, दिल्ली और रांची की तीन बड़ी विमानन कंपनियों - हेरिटेज एविएशन, इंडेमर एविएशन और ओएसएस एयर - को इन पार्टियों से करोड़ों रुपये के ठेके मिले हैं। एक हेलीकॉप्टर की औसत चार्टर लागत 2.5 से 3 लाख रुपये प्रति घंटा है। इसलिए, चुनावों के दौरान अकेले "हवाई खर्च" का अनुमान 100 करोड़ रुपये से अधिक है।